पैरालिसिस अटैक से आधा शरीर हुआ बेकार, एक हाथ-पैर से दिया एग्जाम और सबको कर दिया हैरान

Published : Jul 29, 2020, 09:56 AM IST
पैरालिसिस अटैक से आधा शरीर हुआ बेकार, एक हाथ-पैर से दिया एग्जाम और सबको कर दिया हैरान

सार

कहते हैं कि हौसला हो, तो कुछ भी नामुमकिन नहीं। राजस्थान 10वीं बोर्ड में  96.33% अंक लानी वाली यह लड़की इसी की मिसाल है। एग्जाम के ठीक महीनेभर पहले कशिश बाबानी को पैरालिसिस अटैक आया। इससे उनके शरीर के आधे हिस्से ने काम करना बंद कर लिया। अपनी बेटी की यह हालत देखकर मां-बाप का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। उन्हें बेटी के भविष्य की चिंता सताने लगी। लेकिन कशिश ने हिम्मत नहीं छोड़ी। उसने एक हाथ और एक पैर की मदद से एग्जाम दिया और साबित कर दिया कि साहस से बढ़ा कुछ नहीं।


जयपुर, राजस्थान. कोशिशें कभी बेकार नहीं जातीं। दुनिया में ऐसे तमाम लोग हैं, जो शारीरिक रूप से सक्षम नहीं होने पर भी मिसाल बनकर सामने आए। कहते हैं कि हौसला हो, तो कुछ भी नामुमकिन नहीं। राजस्थान 10वीं बोर्ड में  96.33% अंक लानी वाली यह लड़की इसी की मिसाल है। एग्जाम के ठीक महीनेभर पहले कशिश बाबानी को पैरालिसिस अटैक आया। इससे उनके शरीर के आधे हिस्से ने काम करना बंद कर लिया। अपनी बेटी की यह हालत देखकर मां-बाप का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। उन्हें बेटी के भविष्य की चिंता सताने लगी। लेकिन कशिश ने हिम्मत नहीं छोड़ी। उसने एक हाथ और एक पैर की मदद से एग्जाम दिया और साबित कर दिया कि साहस से बढ़ा कुछ नहीं।

इशारों-इशारों में कहती थी-मां तुम फिक्र न करो
खैरथल की कशिश एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ती हैं। पैरालिसिस अटैक के बाद वे ठीक से बोल नहीं पातीं। लेकिन वो इशारों-इशारों में मां और पिता से कहती थी कि वे फिक्र न करें..वो जरूर पढ़ेगी। उसकी सालभर की मेहनत बेकार नहीं जाएगी। कशिश का हौसला देखकर पिता शंकरलाल और मां कविता के अलावा स्कूल के डायरेक्टर पंकज खुराना और प्रिंसिपल आरती खुराना भावविभोर हो गए। सब कहते हैं कि उन्हें यकीन नहीं हो रहा है कि कशिश इतने हौसले वाली निकली। कशिश रोज 8 घंटे पढ़ाई करती थी, ताकि स्पीड को कवर किया जा सके। वो डॉक्टर बनना चाहती है।


 80.63 रहा रिजल्ट..
बता दें कि राजस्थान बोर्ड (Rajasthan Board) ने कोरोना वायरस के चलते करीब दो महीने की देरी के बाद दसवीं की परीक्षा के नतीजों का ऐलान किया था। बोर्ड ने मंगलवार 28 जुलाई की शाम 4 बजे आधिकारिक वेबसाइट पर रिजल्ट जारी किया। इस साल दसवीं कक्षा का कुल पास प्रतिशत 80.63 रहा। जबकि पिछले साल ये 79.85 फीसदी था। राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) द्वारा नतीजे जारी करने के साथ ही 11 लाख से ज्यादा छात्र-छात्राओं का इंतजार भी खत्म हो गया। दसवीं की परीक्षा देने वाले सभी स्टूडेंट्स बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट rajresults.nic.in पर भी परिणाम देखा जा सकता है।

मेरिट लिस्ट नहीं हुई जारी
12वीं की तरह ही इस बार भी राजस्थान बोर्ड ने 10वीं की मेरिट लिस्ट जारी नहीं की है। बोर्ड साल 2017 से ही मेरिट लिस्ट जारी नहीं कर रहा है। दरअसल, रिजल्ट जारी होने के बाद बोर्ड परीक्षार्थियों से परिणाम को लेकर आपत्तियां आमंत्रित करता है और इसके आधार पर संशोधित परिणाम तैयार किया जाता है। ये और बात है कि टॉपर्स लिस्ट तो इसके बाद भी जारी नहीं होती। बाद में सीधे दीक्षांत समारोह में ही टॉपर्स को गोल्ड मेडल प्रदान किए जाते हैं।

इन वेबसाइट्स पर देखें परिणाम

rajeduboard.rajasthan.gov.in
rajresults.nic.in
results
examresults.net
indiaresults.com
results.gov.in

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