राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में शुक्रवार शाम एक दर्दनाक हादसा हुआ है,जहां आकाशीय बिजली गिरने के कारण फैक्ट्री में एसिड टैंक फट गया, जिसके बाद 10 कर्मचारी झुलस गए,उनमें से एक की मौत हो गई,जबकि 9 गंभीर हालत मे भर्ती कराए गए है।
चित्तौडगढ़. राजस्थान में मेहरबान मानसून के चलते एक बड़ी घटना हुई है। यहां बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से एक फैक्ट्री का एसिड टैंक फट गया। टैंक फटने के साथ ही एक तेज धमाका हुआ और उसमें 10 लोग बुरी तरह से झुलस गए जो फैक्ट्री में काम कर रहे थे। वहां मौजूद अन्य लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और सभी घायलों को इलाज के लिए हॉस्पिटल लाया गया। दो घायलों को इलाज के लिए उदयपुर रेफर कर दिया गया। जबकि एक की मौत होना बताई जा रही है हालांकि पुलिस इसकी पुष्टि नहीं कर रही है।
हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड में हुई घटना
घटना चित्तौड़गढ़ के चंदेरिया स्थित हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड की फैक्ट्री में हुई। दोपहर बाद से हो रही बारिश के चलते लगातार बिजली कड़क रही थी। इसी बीच अचानक बिजली फैक्ट्री के एसिड टैंक पर गिरी। जिसके बाद 10 कर्मचारी झुलस गए। मामले में पुलिस का कहना है कि एक कर्मचारी की मौत भी हुई है जिसकी अभी तक की शिनाख्त नहीं हो पाई है। मामले की जांच की जा रही है।
दर्द से कहरा रहे
इस घटना में सभी कर्मचारी इतनी बुरी तरीके से झुलस गए है कि उनके शरीर का करीब 60% तक भाग जल गया। सभी घायलों का इलाज हॉस्पिटल में चल रहा है। घटना के बाद गंभीर घायल सभी कर्मचारी दर्द के मारे जोर-जोर से चिल्लाते रहे। उनका इलाज जारी है।
घटनास्थल पर पहुंचे कलेक्टर
हादसे की जानकारी मिलने के बाद चित्तौड़गढ जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने मौके पर पहुंच कर घटना का निरीक्षण किया और टैंक फटने की जांच करने के निर्देश दिए। हालांकि कंपनी की तरफ से इस एक्सीडेंट को बिजली गिरने से होने वाला हादसा बताया जा रहा है, लेकिन कलेक्टर ने पूरी जांच कर रिपोर्ट बनाने को कहा है।
दो मरीजों की गई जान
एसिड टैंक फटने के कारण घटनास्थल पर अफरा- तफरी मच गई थी। हादसे की जानकारी मिलने पर रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाया गया। शुरू में 10 घायलों को अस्पताल ले जाया गया, जहां एक कर्मचारी की मौत हो गई। मौके पर रेस्क्यू टीम लगातार सर्च कर रही थी। वहां पर काम करने वाले वर्करों की गिनती की गई तो पता चला एक व्यक्ति और मिसिंग है। सर्च करने पर एक और शव बरामद हुआ,जिसे हॉस्पिटल की मॉर्चरी में रखवाया गया।
शवों की शिनाख्त करने में आई दिक्कत
एसिड हादसे के कारण दोनो शव कंकाल में तब्दील हो चुके थे, इस कारण से उनकी पहचान करने में पुलिस को काफी मशक्कत करना पड़ी। हादसे के बाद एक मृतक का परिवार हॉस्पिटल पहुंचा, लेकिन कंकाल बने शरीर से मृतक की पहचान करना मुश्किल था। रेस्क्यू टीम ने शव बरामदी के साथ उनकी बॉडी से कपड़ों के कुछ बच्चे हिस्से जो एसिड में नहीं जले थे, उसके आधार पर मृतकों की पहचान की। वहीं हादसे के बाद एक कर्मचारी ने फैक्ट्री मालिक पर केस दर्ज कराया है।
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