राजस्थान में घर के आंगन से 9 महीने की बच्ची किडनैप, मासूम की मुस्कुराहट पर भी नहीं पसीजा पत्थर दिल

राजस्थान में आए दिन बच्चों के अपहरण के मामले सामने आ रहे हैं। जहां मासूमों का घरों से ही किडनैप कर लिया जा रहा है। चित्तौड़गढ़ से एक ऐसा ही मामला सामने आया है।  घर के आंगन में खेल रही 9 महीने की बच्ची को कचरा बीनने वाली महिलाएं उठाकर ले गईं।

Arvind Raghuwanshi | Published : Oct 29, 2022 10:07 AM IST / Updated: Oct 29 2022, 03:40 PM IST


चित्तौड़गढ़. राजस्थान में फिर से बच्चे के अपहरण का मामला सामने आया है।  पिछले 2 महीने के दौरान राजस्थान के अलग-अलग शहरों से पांच छोटे बच्चों का अपहरण हो चुका है।  इनकी उम्र कुछ महीनों से लेकर 2 साल तक है । चित्तौड़गढ़ में आज सवेरे 9 महीने की बच्ची के अपहरण का केस दर्ज किया गया है।  चित्तौड़गढ़ जिले की पूरी पुलिस मासूम बच्ची को तलाश करने की कोशिश कर रही है।  हालांकि परिजनों के पास फिरौती संबंधी किसी तरह का कॉल अभी तक नहीं आया है।

पूरे राजस्थान में सक्रिय बच्चों वाली गैंग
पुलिस का मानना है कि जिस तरीके से परिजन बता रहे हैं संभवत है यह गैंग बच्चों का अपहरण कर उन्हें आगे बेचती है।  पूरे जिले की पुलिस बच्ची की तलाश में छानबीन कर रही है। पुलिस ने बताया कि डूंगला उपखंड क्षेत्र के आल्हा खेड़ी गांव का यह मामला है।  आल्हा खेड़ी गांव में रहने वाले भंवर लाल मेनारिया की बेटी आज सवेरे करीब 11:00 बजे घर के आंगन में खेल रही थी।  घर के मुख्य दरवाजे के नजदीक ही वह खाट पर बैठी थी।  घर का मुख्य दरवाजा खुला था । परिवार के अन्य लोग आंगन में और घर के अंदर अपने अपने काम में व्यस्त थे ।

घर में मां और बहर से उठा ले गए बेटी
बच्ची की मां जब कुछ देर बाद बच्ची को संभालने के लिए बाहर आई तो बच्ची वहां नहीं थी । उसे घर के अंदर देखा तो घर के अंदर भी वह नहीं मिली। अड़ोस पड़ोस में रहने वाले लोगों से पूछताछ की तो भी बच्ची के बारे में जानकारी नहीं मिल सकी। पड़ोसियों ने बताया कि कुछ देर पहले कचरा बीनने वाली तीन लड़कियां यहां आई थी । उनके पास एक टेंपो भी था और टेंपो को टेंपो चालक चला रहा था।  वह लड़कियां कचरा बीन कर उसे टेंपो में रख रही थी और उसके बाद टेंपो में बैठ कर चली गई।

एक्शन में पुलिस, पूरे शहर की नाकाबंदी
 परिवार का मानना है कि इन्हीं लड़कियों ने बच्ची का अपहरण किया है।  बच्ची को तलाश करने के लिए परिवार के लोग जुटे हुए हैं । पुलिस भी सर्च कर रही है।  गांव के नजदीक कुछ जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। उन कमरों के नजर से उस टेंपो को तलाशा जा रहा है जिसमें कचरा बीनने वाली महिलाएं और लड़कियां आई थी। आसपास के सभी क्षेत्रों की तलाशी ली जा रही है।  शहर से बाहर जाने वाले सभी रास्तों पर नाकाबंदी सख्त कर दी गई है।  पूरे घटनाक्रम के बारे में पुलिस अधीक्षक नगेंद्र कुमार का कहना है कि पुलिस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।  बच्ची को जल्द ही तलाश लिया जाएगा।

पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसी मामले 
उल्लेखनीय है कि इसी तरह से कुछ समय पहले जयपुर के सबसे बड़े अस्पताल से बच्चा चोरी हो गया था । उसके बाद कुछ दिन पहले कोटा में 12 से 14 साल के दो लड़कों ने 9 महीने का एक बच्चा घर से चुरा लिया था ।बच्ची के गायब होने के बाद से परिवार का रो रो कर बुरा हाल है।

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