राजस्थान उपचुनाव: बीजेपी के बाद कांग्रेस ने तय किए उम्मीदवार, सरदारशहर सीट पर सहानुभूति होगा बड़ा फैक्टर

राजस्थान के चूरू जिले के सरदारशहर में कांग्रेस विधायक के लंबी बीमारी के बाद निधन होने से खाली सीट पर अगले महीने होने वाले उपचुनाव के लिए बीजेपी के बाद कांग्रेस पार्टी ने भी अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी है। जानिए किसको दिया है टिकट।

Sanjay Chaturvedi | Published : Nov 16, 2022 10:31 AM IST

चूरू(churu). राजस्थान में अगले महीने होने वाले सरदारशहर उप चुनाव की तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो गई है । भारतीय जनता पार्टी के बाद अब कांग्रेस ने भी अपने उम्मीदवार तय कर दिए हैं।  भारतीय जनता पार्टी ने सरदार शहर से अशोक कुमार पिंचा को टिकट दिया है । अशोक कुमार पिंचा ने आज नामांकन पत्र दाखिल किया है।  इस नामांकन पत्र में उनके साथ भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया , नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़,  पूर्व सांसद राहुल कसवा, समेत अन्य सांसद और विधायक रहे। अशोक कुमार जिस सीट से खड़े हुए हैं उस सीट से वे छठवीं बार मैदान में है।  इससे पहले उन्होंने 5 बार चुनाव लड़े हैं जिनमें से 4 बार उन्हें हार मिली है । अब तक सिर्फ 2008 के चुनाव में ही वह इस सीट से जीतकर विधायक चुने गए थे।

कांग्रेस ने खेला सिंपेथी कार्ड, इसको दिया टिकट
उधर भारतीय जनता पार्टी के बाद अब कांग्रेस पार्टी ने भी आज अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है । कांग्रेस पार्टी ने दिवंगत विधायक भंवरलाल शर्मा के पुत्र अनिल शर्मा को टिकट दिया है । पार्टी की ओर से पहले ही अनिल शर्मा को संकेत दे दिए गए थे कि उपचुनाव में उन्हें ही खड़ा किया जाएगा।  इसके बारे में औपचारिक घोषणा कर दी गई है । नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तारीख 17 नवंबर है।  संभवतः अनिल शर्मा आज शाम तक या कल अपना नामांकन पत्र दाखिल कर देंगे। 

दोनो पार्टियों के आए चौकाने वाले कमेंट
उपचुनाव की स्थिति अब साफ हो गई है लेकिन इस उप चुनाव से पहले दोनों पार्टियों के नेताओं के जो बयान आ रहे हैं वह चौकाने वाले हैं। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया पहले ही मजाकिया अंदाज में कह चुके हैं कि उपचुनाव लड़ना भाजपा के बस की बात नहीं,  वो फ्रेश चुनाव लड़ते हैं और जीतते हैं।  अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस बार भी यह सीट कांग्रेस के खाते में ही आएगी।

कांग्रेस की इस परंपरागत सीट को लेकर कर दो दावे किए जा रहे हैं। पहली तो यह कि यह कांग्रेस की परंपरागत सीट है यहां से अक्सर कांग्रेस ही जीती आई है। दूसरा और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि भंवरलाल शर्मा के पुत्र अनिल शर्मा को सहानुभूति की लहर अच्छे मतों से चुनाव जीता देगी। अब यह देखना रोचक होगा कि अगले महीने होने वाले चुनाव में जीत किसकी गोद में आकर बैठती है।

यह भी पढ़े- राजस्थान में होगे उपचुनावः चूरू के इस विधानसभा सीट पर हो रहा इलेक्शन, 5 दिसंबर को होगी वोटिंग

Share this article
click me!