राजस्थान के चूरू जिले सें शॉकिंग मामला सामने आया है। यहां पुलिस प्रशासन के ढील ढाल रवैये से परेशान होकर बीती रात एक बुजुर्ग ने सुसाइड कर लिया है। घटना के बाद लोगों का पुलिस का विरोध हुआ। वहीं पुलिस ने दी अपनी सफाई।
चूरू ( churu). राजस्थान में शॉकिंग मामला सामने आया है। यहां न्याय की मौत हो चुकी है। यह बात हम नहीं चूरू जिले में एक बुजुर्ग की मौत पर कहीं जा रही है। दरअसल इस बुजुर्ग ने सुसाइड कर लिया। सुसाइड करने से पहले इस बुजुर्ग ने थानेदार को फोन कर कहा कि पुलिस से डेढ़ महीने से उसकी भतीजी को ढूंढ नहीं पा रही है। ऐसे में अब वह मरने जा रहा है। फिर बुजुर्ग ने जहरीला पदार्थ पी लिया। फिर अचानक तबीयत बिगड़ने पर उसे हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
डेढ़ महीने से है लापता, अभी तक नहीं खोज पाई पुलिस
बुजुर्ग के भाई सुरजाराम ने बताया कि 29 अक्टूबर की रात उनके गांव से ही 12वीं क्लास में पढ़ने वाली 17 साल की नाबालिग लापता है। नाबालिग के पिता विदेश में काम करते हैं। ऐसे में परिवार ही उसकी परवरिश कर रहा था। नाबालिग के मिसिंग होने के बाद परिवार ने अगले ही दिन थाने में गुमशुदगी भी दर्ज कराई। लेकिन गुमशुदगी दर्ज होने के बाद मामले में कुछ भी नहीं हुआ। हालांकि परिवार ने नामजद आरोपी भी बताए। लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के अलावा और कुछ भी नहीं किया।
न्याय के लिए पुलिस अधीक्षक से मिला परिवार, कोई नतीजा नहीं निकला
फिर पीड़ित परिवार न्याय की मांग को लेकर तीन बार पुलिस अधीक्षक से भी मिल चुका। और ज्ञापन भी दिए। लेकिन इसका भी कोई नतीजा नहीं निकला निजाम और आखिरकार परिवार की आस टूट गई जिसके बाद पीड़ित ने यह कदम उठाया। इस मामले में लापरवाह एसपी राजेंद्र का कहना है कि मामला दर्ज होते ही टीम का गठन कर दबिश देकर आरोपियों की तलाश की जा रही थी। लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया।
पीड़ित परिवार का आरोप- पुलिस बरत रही ढिलाई
बुजुर्ग की मौत की सूचना मिली तो डीएसपी और थानेदार भी वहां पर पहुंचे। पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस इस मामले को बेहद ढिलाई से ले रही है। मामले में अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। परिवार का कहना है कि यदि पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया जाता तो आरोपियों को भी पकड़ा जाता और नाबालिग को भी दस्तयाब कर लिया जाता।
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