
जयपुर. एक तरफ जहां शिवसेना विधायकों के बागी होने के बाद महाराष्ट्र में सियासत छिड़ी हुई है। वहीं, दूसरी तरफ राजस्थान में भी विधायक की नाराजगी की खबरें सामने आ रही हैं। राजस्थान में डॉक्टरों के ट्रांसफर के बाद पार्टी के एक विधायक ने अपनी ही सरकार के खिलाफ हमला बोला है। राज्य के चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा के घर के बाहर कांग्रेस विधायक अमीन कागजी ने धरना दिया है। वो अपने समर्थकों के साथ मंत्री के आवास के बाहर बैठकर नारेबाजी करते रहे। हालांकि बाद में मंत्री ने विधायक को समझाकर अंदर बुलाया और उनकी समस्या सुनी।
विधायक अमीन कागजी ने आरोप लगाया कि विधायकों से बिना पूछे ही डॉक्टरों के तबादले किए गए हैं। उन्होंने कहा कि हमारी बात को नहीं सुना गया। वो अपने साथ डॉक्टरों के तबादले की भी लिस्ट लेकर भी पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि मैं चार डॉक्टरों के ट्रांसफर के फेवर में नहीं था। इन डॉक्टरों के ट्रांसफर के बाद क्षेत्र की जनता में आक्रोश है। लेकिन मेरे बिना पूछे ही डॉक्टरों का तबादला कर दिया गया है।
मंत्री ने विधायक को मनाया
धरने पर बैठे विधायक ने कहा कि जब तक ट्रांसफर आर्डर रद्द नहीं किया जाता है तब तक वह धरना देते रहेंगे। हालांकि बाद में मंत्री प्ररसादी लाल मीणा नाराज विधायक से मिलकर उनकी समस्या सुनी और उनका धरना खत्म कराया। मंत्री, विधायक को अपने साथ आवास पर लेकर गए और उन्हें भरोसा दिया कि उनकी मांग पर कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद विधायक ने अपना धरना समाप्त किया।
बीजेपी अध्यक्ष ने किया हमला
विधायक अमीन कागजी के धरने को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि यहां ट्रांसफर एक उद्योग बन गया है। कांग्रेस के कई विधायकों में गहलोत सरकार के खिलाफ आक्रोश है। उन्होंने कहा कि सीएम अशोक गहलोत अपने कुनबे को संभालने में नाकाम हो रहे हैं।
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