नार्वे में दिए जाने वाले नोबेल शांति पुरस्कार चैलेंज-2022 के लिए राजस्थान की अशीरा विश्वास का चयन किया गया है। अशीरा विश्वास अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एसडीआरएफ सुष्मित विश्वास की सुपुत्री है।
जयपुर( Rajasthan) राजस्थान की एक बेटी ने पूरी दुनिया मे देश का नाम रोशन किया है। नार्वे में दिए जाने वाले नोबेल शांति पुरस्कार चैलेंज-2022 के लिए राजस्थान की अशीरा विश्वास का चयन किया गया है। अशीरा विश्वास अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एसडीआरएफ सुष्मित विश्वास की सुपुत्री है। अशीरा ये पुरस्कार पाने वाली देश की पहली महिला होंगी।
गौरतलब है कि दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित नोबेल शांति पुरस्कार का शनिवार को नार्वे की राजधानी ओस्लो में ऐलान किया जाएगा। नोबेल शांति पुरस्कार चैलेंज-2022 प्रतियोगिता में विजेता घोषित होने पर अशीरा विश्वास को भी इस समारोह में अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। अशीरा का नाम इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चयनित होने पर पूरे राजस्थान में खुशी की लहर दौड़ गई है। लोग उन्हें और उनके परिवार को बधाई दे रहे हैं।
अशीरा को मिला नार्वे आने का न्यौता
नोबेल पीस सेंटर में द इग्निटर इनिशिएटिव के प्रोजेक्ट मैनेजर ने अशीरा को नोबेल शांति पुरस्कार चुनौती के निबंध श्रेणी में फाइनलिस्ट के रूप में घोषित होने पर बधाई दी है। अशीरा को शनिवार 10 दिसंबर को ओस्लो में आयोजित नोबेल शांति पुरस्कार समारोह से संबंधित प्रमुख गतिविधियों में सम्मिलित होने के लिए आमंत्रित भी किया गया है। इस दौरान अशीरा विश्वास को ओस्लो शहर के ग्रैंड होटल में नोबेल पुरस्कार विजेताओं के साथ ही ठहरने का स्वर्णिम अवसर मिलेगा।
यूके की ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी में हैं अशीरा
उल्लेखनीय है कि नोबेल शांति केंद्र द्वारा विश्व स्तर पर विद्यार्थियों को शांति पुरस्कार में शामिल करने के उद्देश्य से नोबेल शांति पुरस्कार चैलेंज प्रतियोगिता आयोजित की जाती है । निबंध या फोटोग्राफी श्रेणियों में से किसी एक विषय पर विश्वभर के विद्यार्थी भाग लेते है। इस वर्ष का विषय शांतिपूर्ण सह अस्तित्व, बंधुत्व और मानव अधिकारियों की सुरक्षा के महत्वपूर्ण विषयों पर प्रकाश डालना था। अशीरा विश्वास को इस महत्वपूर्ण विश्वस्तरीय प्रतियोगिता में द्वितीय पुरस्कार के लिये चुना गया है। यह पुरस्कार जीतने वाली अशीरा संभवतः देश की पहली विजेता है। अशीरा इस समय यूके की ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी में अध्ययनरत है।