पूरे देश में दिवाली के त्योरहार की धूम है। इसी बीच राजस्थान के अजमेर से बड़ी खबर सामने आई है। जिसने पूरे प्रदेश की पुलिस की नींद उड़ा दी। अजमेर दरगाह से आतंकी गिरफ्तार किया है, जो शहर को उड़ाने की साजिश रच रहा था।
अजमेर. राजस्थान के अजमेर शहर से बड़ी खबर सामने आई है। वैसे तो दिवाली से पहले केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को सुरक्षा को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। लेकिन ऐसे में राजस्थान से जो खबर आई है वह आपके होश उड़ा देगी। ख्वाजा साहब की नगरी अजमेर से पंजाब पुलिस की स्पेशल टीम ने दरगाह के खादिम का बेटा पकडा गया है। उसने पंजाब में आतंकी हमला करने वाली गैंग से ताल्लुक रखने वाले एक संदिग्ध आतंकी को अपने पास छुपाया था, उसे शरण दी थी और उसे असलाह भी उपलब्ध कराया था। उसे तो पकड ही लिया गया और अब देर रात शरण देने वाले खादिम के बेटे को भी पंजाब पुलिस उठा ले गई। इस गिरफ्तारी के बाद से ही अजमेर दरगाह क्षेत्र में मरघट सा सन्ना पसरा हुआ है।
पंजाब में रॉकेट लॉन्चर से उड़ा दिया था इंटेलीजेंस हैडक्वाटर
दरअसल. इसी साल छह मई को दोपहर से कुछ पहले पंजाब में स्थित पंजाब पुलिस के इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर आतंकी हमलेा हुआ था। पाकिस्तानी रॉकेट लॉंचर से भवन को उड़ा दिया गया था। इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी एक आतंकी संगठन ने ली थी। इस पूरे घटनाक्रम में चरत सिंह उर्फ चढ़त सिंह को कुछ दिन पहले पंजाब पुलिस ने अरेस्ट किया था। उससे पूछताछ में खुलासा हुआ कि वह इस हमले के बाद राजस्थान भाग गया था और वहां अजमेर में खादिम के बेटे तौफीक चिश्ती के यहां ठहरा था। चौफीक का दरगाह क्षेत्र में ही भीड़ भरे इलाके में कैफे है। बताया जा रहा है कि तौफीक ने ही चरत सिंह को असलाह भी उपलब्ध कराया था और उसकी कुछ लोगों से बातचीत भी कराई थी। अब तौफीक को देर रात पंजाब पुलिस उठा ले गई।
आंतकियों के लिए करता था रैकी
चरत सिंह पर आरोप है कि उसने आतंकी संगठनों के लिए रैकी की थी और जिस दिन धमाके हुए थे उसे सही से ऑपरेट कराने की जिम्मेदारी भी चरत सिंह पर ही थी। वह धमाकों के समय वहां पर अपने दो साथियों के साथ कार में मौजूद था और उसके बाद फरार हो गया था। इस मामले में छह मई से अब तक एक दर्जन से भी ज्यादा लोग गिरफ्तार हो चुके हैं देश भर से....।