जोधपुर से शॉकिंग खबर: अंतिम संस्कार से पहले अचानक गायब हो गया शव, श्मशान से लेकर अस्पताल तक भटकता रहा परिवार

आठ घंटे के बाद पता चला कि पुलिस की लापरवाही के चलते शव को किसी और ने जला दिया। बाद में जब अस्पताल प्रशासन ने मृतक का शव लेने आए उसके भाई को यह सच्चाई बताई तो वह फूट फूट कर रोता रहा।

Pawan Tiwari | Published : Jun 27, 2022 5:02 AM IST

जोधपुर. जोधपुर जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल से शव गायब हो गया। पहले तो डॉक्टर्स इसे हल्के में लेते रहे लेकिन बाद में जब मामला मीडिया तक पहुंचा तो हडकंप मच गया। पुलिस और डॉक्टर्स के करीब आठ घंटे तक पीड़ित चक्कर लगाता रहा। आठ घंटे के बाद पता चला कि पुलिस की लापरवाही के चलते शव को किसी और ने जला दिया। बाद में जब अस्पताल प्रशासन ने मृतक का शव लेने आए उसके भाई को यह सच्चाई बताई तो वह फूट फूट कर रोता रहा। बाद में वहां से चला गयां। इस बारे में अस्पताल प्रशासन को शिकायत भी देने की बात सामने आ रही है। घटनाक्रम मथुरादास माथुर अस्पताल का है।

21 को भर्ती हुआ था 24 को मौत हो गई
दरअसल, बासनी थाना क्षेत्र में स्थित एक होटल में काम करने वाले जालौर निवासी भैराराम को तबियत खराब होने के कारण 21 जून को मथुरादास अस्पताल में भर्ती कराया था। 24 जून को उसकी मौत हो गई तो 25 को शव मुर्दाघर में रखवा दिया गया। पुलिस ने उसके भाई को सूचना दी तो वह 26 जून रविवार को जालोर से भाई का शव लेने के लिए जोधपुर आया। इस दौरान जब अस्पताल प्रशासन से पर्ची लेकर वह मुर्दाघर में भाई का शव लेने गया तो पता चला कि वहां तो शव ही नहीं है। बाद में उसके परिवार के और सदस्य वहां आए ओर समाज के लोगों को भी साथ लिया। उसके बाद उपखंड अधिकारी को शिकायत सौंपी। 

जांच करने पर पता चला कि शुक्रवार को जोधपुर में स्थित अपना घर आश्रम से भी एक शव को मुर्दाघर में लाया गया था। शनिवार को एक महिला आई थी जिसने अपना घर से आए शव को अपने परिजन का बताया और उसके बाद उसे ले गई। फिर उसका अंतिम संस्कार पास ही स्थित शमशान में किया गया। उस दौरान पुलिस भी साथ थी लेकिन पुलिस ने शव की पहचान में दखल नहीं दी। अस्पताल प्रशासन से जानकारी मिली कि गफलत में महिला ने अपना परिजन समझकर भैराराम के शव को जला दिया। 

पुलिस और प्रशासन पर लापरवाही का आरोप, कार्रवाई की मांग
उधर, भैराराम के भाई भूराराम को जब इस लापरवाही का पता चला तो वह खूब रोया। उसने बताया कि भाई के शव लाने के लिए जैसे-तैसे रुपए लिए थे किसी से। लेकिन यहां तो शव ही नहीं है। घर वालों को क्या जवाब दूंगा। भूराराम ने प्रशासनिक अधिकारियों को पुलिस और अस्पताल प्रशासन के खिलाफ शिकायत दी है और कार्रवाई की मांग की है।

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