राजस्थान के धौलपुर जिले से एक दर्दनाक खबर सामने आई है, जहां चंद सेंकड में एक हंसते-खेलते परिवार की खुशियां उजड़ गईं। रात को मकान भरभराकर गिरा और नींद में चार बच्चों की मौत हो गई। वहीं एक बच्ची और मां जिंदगी और मौत के बीच की जंग लड़ रही हैं।
धौलपुर. राजस्थान के धौलपुर शहर में मंगलवार की रात एक हंसते खेलते परिवार को उजाड़ गई। आधी रात के बाद अचानक ऐसा कुछ हुआ कि कुछ ही सेकंड में परिवार के चार बच्चों की मौत हो गई। चारों बहन भाइ थे। परिवार में बस मां और सबसे छोटी आखिरी बेटी ही जीवित बच सकी है, लेकिन उनकी भी हालत बेहद गंभीर है। दोनो को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह पूरा घटनाक्रम धौलपुर जिले के मनिया थाना इलाके में स्थित शेड़ वाली माता के मौहल्ले का है। परिवार में छह लोग मौजूद थे और परिवार का मुखिया बाहर गया हुआ था। इस कारण उसकी जान बच गई।
मां ने खाना खिलाकर सुलाया...लेकिन हमेशा के लिए सो गए मासूम
मनिया पुलिस ने बताया कि मौहल्ले में रहने वाली किशोरी देवी कुशवाहा के मकान में प्रमोद और उसकी पत्नी सोनम अपने पांच बच्चों के साथ रह रही थी। मकान जर्जर था। इस जर्जर मकान को जल्द ही सही कराया जाना था। हलवाई का काम करने वाला प्रमोद बीती रात घर पर नहीं था। वह किसी कार्यक्रम में बाहर था। इस दौरान सोनम में अपने पांच बच्चों के लिए मंगलवार रात खाना बनाया और उसक बाद सभी बच्चों को खाना खिलाकर सुला दिया। सोनम की सबसे बड़ी बेटी समेत चार बच्चे अलग कमरे में सोए थे और सोनम और उसकी सबसे छोटी बेटी अलग कमरे में सो रहे थे। देर रात तेज आवाज के साथ मकान की छत परिवार पर आ गिरी।
मरने वालों में तीन बेटियां और एक बेटा
सोनम और पूजा भी मलबे में दबे, उनको समय रहते बाहर निकाल लिया गया और अस्पताल में भर्ती कराया गया। उधर बाकि के चार बच्चों मलबे और भारी पट्टियों के नीचे दब गए। जब तक चारों को बाहर निकाला गया तब तक चारों के शव बुरी तरह से कुचले जा चुके थे। इस घटना के बाद अब बवाल मचा हुआ है। मरने वालों में तीन बेटियां और एक बेटा है। प्रमोद को देर रात ही पड़ोसियों ने इस बारे मंे सूचना दी। कई घंटों तक पुलिस, स्थानीय लोग और बचाव दल मलबा हटाता रहा। आसपास रहने वाले लोगों को भी सचेत कर दिया गया है। चारों के शवों का पोस्टमार्टम कराया जाना है।