बॉर्डर पर जाने से पहले शहीद ने कहा था, ' भाई चिंता मत कर, डॉक्टर बनकर तू ही मां का इलाज करेगा'

देशभक्ति बड़ा बलिदान मांगती है। भरतपुर के सौरभ कटारा इसका ज्वलंत उदाहरण हैं। 22 वर्षीय सौरभ कुपवाड़ा में 23-24 दिसंबर की रात हुए ग्रेनेड हमले में शहीद हो गए थे।

Asianet News Hindi | Published : Dec 26, 2019 8:39 AM IST

भरतपुर, राजस्थान. अपनी शादी के सिर्फ 16 दिन बाद ही देश पर मर मिटने वाले 22 वर्षीय सौरभ कटारा के कई सपने थे। लेकिन इन सभी सपनों से पहले उसका एक ही जुनून था, देशभक्ति। सौरभ कटारा अपने भाई को डॉक्टर बनाना चाहते थे। सौरभ की मां अनिता को दिल की बीमारी है। शादी के सिर्फ 6 दिन बाद ही अपनी ड्यूटी पर जाते वक्त जब परिवार भावुक हुआ, तो सौरभ ने उन्हें देश के प्रति अपने दायित्वों का पाठ पढ़ाया। वहीं, अपने छोटे भाई अनूप कटारा से कहा था कि, एक दिन वो डॉक्टर बनकर मां का इलाज करेगा। अनूप बीकानेर में रहकर MBBS की पढ़ाई कर रहा है। अपने भाई की यह बात याद करके अनूप फूट-फूटकर रो पड़ा। हालांकि उसे गर्व है कि उसका भाई देश के लिए शहीद हुआ। बहारहाल, पूरे राजकीय सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान जनसैलाब उमड़ पड़ा था।


हाथ की मेहंदी उतरी भी नहीं कि विधवा हुई पूनम...
28 राष्ट्रीय राइफल के जवान सौरभ की 8 दिसंबर को पूनम से शादी हुई थी। इसी दिन उसके बड़े भाई गौरव की पूजा से शादी हुई थी। इससे पहले 23 नवंबर को उसकी बहन दीपक की शादी भी हुई थी। दीपक तीनों भाइयों की इकलौती बहन है। यानी पूरे परिवार में खुशियां छाई हुई थीं। इसी बीच 14 दिसंबर को सौरभ को वापस ड्यूटी पर लौटना पड़ा। सौरभ भरतपुर जिले के बारौली ब्राह्मण गांव का रहने वाला था। पूनम इतना अच्छा परिवार पाकर खुश थी। वो फोन पर लगातार सौरभ से बात करती रही। अचानक खबर मिली कि सौरभ शहीद हो गया। सबसे दुखद बात यह कि 25 दिसंबर को सौरभ का जन्मदिन था। यानी जन्मदिन के एक दिन पहले वो दुनिया से विदा हो गया। वहीं, जन्मदिन पर परिवार को उसके शहीद होने की खबर मिली।

Latest Videos

कारगिल युद्ध लड़ चुके हैं पिता
शहीद के पिता भी नरेश कटारा भी 2002 में आर्मी से रिटायर हुए हैं। वे 1999 में कारगिल युद्ध लड़ चुके हैं।  शहीद का बड़ा भाई गौरव किसान है। परिजनों ने बताया कि सौरभ 20 नवंबर को अपने गांव आए थे। इस दौरान बहन की शादी हुई और फिर उसकी खुद। MBBS कर रहे छोटे भाई अनूप ने कहा कि उसे अपने भाई पर गर्व है। अब मैं भी आर्मी में जाना चाहूंगा।
 

Share this article
click me!

Latest Videos

पंचतत्व में विलीन हुए Ratan Tata, राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
टाटा ट्रस्ट को मिल गया एक नया चेयरमैन, जानें कौन हैं Noel Tata ?
Ratan Tata और SPG सिक्यूरिटी से जुड़ा एक रोचक किस्सा
Ratan Tata Funeral: उम्र में 55 साल छोटे शांतनु नायडू कैसे बने रतन टाटा के खास?
हरियाणा हार के बाद शांत नहीं बैठी कांग्रेस, लिया एक बड़ा फैसला । Haryana Election Result