जयपुर में आयुर्वेद विभाग के विभिन्न पदों पर चल रही थी भर्ती, नकल करने वाली गैंग के चार बदमाश पकडे़ गए। दर्ज हुआ केस। जानिए कितनों रुपए में करते है ये काम।
जयपुर.पहले पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा, फिर तकनीकी सहायक भर्ती परीक्षा और अब आयुर्वेद विभाग की परीक्षा। दस दिन में ही तीन सरकारी भर्ती परीक्षाओं को खराब कर दिया चीटिंग गैंग ने। इन तीनों मामलों में केस दर्ज कराए गए हैं और दर्जनों को पकड़ भी लिया गया है लेकिन अब परीक्षाओं के भविष्य पर सवाल खड़ा होने लगा है। पुलिस भर्ती और तकनीकी सहायक भर्ती के बाद अब रविवार रात आयुर्वेद भर्ती परीक्षा में चीटिंग करने वालों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया हैं। फिलहाल चार आरोपी पकडे़ गए हैं।
एमटीएस वाले पदों के लिए चल रही थी सुबोध कॉलेज में भर्ती
मुकदमा दर्ज कराने वाली गांधी नगर पुलिस ने बताया कि सुबोध कॉलेज में आयुर्वेद के एमटीएस (multi tasking staff) पदों के लिए भर्ती चल रही थी। परीक्षा से पहले ही आयुर्वेद विभाग के अफसरों और परीक्षा आयोजित करा रहे कॉलेज के अफसरों ने वीडियोग्राफी कराई थी। लाउड स्पीकर की मदद से परीक्षा से ठीक पहले तक नकल नहीं करने और किसी भी तरह की परेशान खड़ी नहीं करने की चेतावनी दी थी। लेकिन उसके बाद भी असली परीक्षार्थियों की जगह नकली केंडिडेट पाए गए। चार अभ्यर्थियों को पकड़ा गया। देर शाम इस बारे में केस दर्ज कराया गया। आयुर्वेद विभाग के अफसरों ने बताया कि कुछ पदों के लिए करीब नौ सौ अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। उनमें से अधिकतर परीक्षा में शामिल भी हुए थे। इस बार जो डमी पकडे़ गए उनमें से एक ने बताया कि वह आरएएस की तैयारी कर रहा है और पांच हजार रुपए के लिए परीक्षा में डमी बन गया। अन्य से भी पूछताछ की गई है।
पिछले साल भी इस कॉलेज में पकडी गई थी नकल गैंग
गांधी नगर थाना पुलिस ने बताया कि पिछले साल भी एमटीएस पदों के लिए भर्ती की गई थी। करीब 36 पद थे और 2200 से ज्यादा ने आवेदन किया था। पिछले साल अगस्त में भी यहीं पर परीक्षा सेंटर आया था। इस सेंटर में डमी परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी पकडे़ गए थे। इनकी संख्या छह थी। इन डमी केंडिडेट ने पांच हजार रुपए से लेकर पच्चीस हजार रुपए तक लिए थे।
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