राजस्थान में गहलोत सरकार भले ही गुड गवर्नेंस का संदेश दे रही हो। लेकिन भाजपा की जन आक्रोश रथ यात्रा में जनता ने जो शिकायत पत्र भेजे है उसने मौजूदा सरकार की सारी पोल खोल के रख दी है। अब बीजेपी इन शिकायतों को लेटर के रूप में सीएम आवास पर पहुंचाएगी।
जयपुर (jaipur). राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भले ही अपने हर कार्यक्रम में सरकार के गुड गवर्नेंस की बात करते हो। लेकिन अब भी राजस्थान में लाखों लोगों को उनसे शिकायत है (rajasthan news)। जिन्होंने उनके कई कामों को लेकर शिकायत की है। अब यह शिकायतें जनवरी के दूसरे सप्ताह में लेटर के रूप में उनके आवास पर जाएगी। ऐसे में सीएम के आवास पर एक साथ लाखों शिकायतों का गुब्बार लग जाएगा। अब देखना होगा कि सीएम अशोक गहलोत इन शिकायतों पर गौर करते हैं या नहीं क्योंकि इन्हें लाने वाला डाकिया उनका विरोधी दल भाजपा है। अब भाजपा के यह खत हकीकत है या फिर गुड गवर्नेंस का परिणाम। इसका तो समय आने पर ही पता लग पाएगा। देखते हैं कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शिकायतों पर कोई निवारण करते हैं या नहीं (rajasthan updates)।
जनता की परेशानी जानने निकली थी जन आक्रोश रथ यात्रा
दरअसल आपको बता दें कि प्रदेश में 2 दिसंबर से भारतीय जनता पार्टी ने सरकार का 4 साल का कार्यकाल पूरा होने पर जनाक्रोश कार्यक्रम ( BJP jan akrosh rath yatra) की शुरुआत की थी। जिसके तहत प्रदेश के 200 से ज्यादा विधानसभा में भाजपा की ओर से जन आक्रोशित निकाले गए। प्रदेश में इन रथों ने करीब 1 लाख किलोमीटर से ज्यादा का सफर तय किया और करीब 2 करोड़ों से डायरेक्ट कनेक्टिविटी भाजपा ने की। इन रथों में भाजपा ने एक शिकायत पेटिका भी लगाई थी कि जिसमें कि आमजन सरकार के खिलाफ अपनी शिकायत डाल सके। अब यात्रा पूरी होने के बाद जब इन शिकायतों की गिनती की गई तो यह करीब 17 लाख निकली।
भाजपा कार्यलय में शिकायतों की छटनी हुई शुरू, भेंजे जाएंगे सीए आवास
अब प्रदेश के अलग-अलग जिलों में भाजपा कार्यालय में इन शिकायतों के छंटनी का काम शुरू हो गया है। भाजपा के सूत्रों के मुताबिक अगले महीने जनवरी में भारतीय जनता पार्टी (BJP) इन शिकायतों को एक साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर भेजेगी। वही भले ही सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ शिकायत इकट्ठे करने वाली भारतीय जनता पार्टी एकजुट होने की बात कर रही हो (complaint latters)। लेकिन राजस्थान में भाजपा की जन आक्रोश यात्रा का भी कई बार विरोध देखने को मिला। जब भाजपा के नेता अपने इलाकों में गए तो वहां लोगों ने कहा कि 4 साल तक तो दिखाई दिए नहीं और अब आने से क्या फायदा। वही फिलहाल 27 दिसंबर तक भाजपा प्रदेश में जन आक्रोश सभाएं कर अपने वोटरों को रिझाने में लगी हुई है।