राजस्थान में त्यौहार से पहले ही अगस्त में कोरोना की बढ़ती रफ्तार ने डराया। महीने की शुरूआती 5 दिनों में ही राज्य में कोविड से इतनी मौते हुई की चिकित्सा मंत्री को आपात बैठक बुलाना पड़ गई। 5 दिनों में ही 1800 के आसपास मरीज सामने आ चुके है...
जयपुर. त्योंहार से पहले राजस्थान में कोरोना वायरल से फिर से पैर पसारने शुरु कर दिए हैं। अगस्त महीने के पांच दिन मे ही कोरोनो से इतनी मौतें हो गई कि राजस्थान सरकार के चिकित्सा मंत्री को आपात बैठक बुलानी पड गई। इस बैठक के बाद चिकित्सा मंत्री ने जिलों के चिकित्सा अधिकारियों को नए निर्देश दिए हैं और हर सप्ताह की मॉनिटरिंग रिपोर्ट चिकित्सा विभाग के पास भेजने के लिए कहा है। अगस्त के शुरुआती पांच दिन में ही बारह जानें जा चुकी हैं।
सिर्फ पांच दिन में ही 1700 से ज्यादा मरीज, 12 की मौत
दरअसल कोरोना को लेकर लोगों ने लापरवाही बरतना शुरु कर दिया हैं। मास्क तो चेहरे से लगभग पूरी तरह से हट चुका है। साथ ही बूस्टर डोज लगवाने में भी लोग कोताही बरत रहे हैं। सरकार के अनुसार बड़ी संख्या मे लोग ऐसे भी हैं जिन्होनें तो शुरुआती दोनो डोज भी नहीं लगवाई है। इस साल के सात महीनों में राजस्थान में जुलाई के महीने में कोरोनो के मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा रही। लेकिन पिछले महीने की संख्या इस महीने ने तोड़ दी। इस महीने पिछले महीने से भी ज्यादा मरीज मिले हैं औसतन हर दिन। कोरोनो रिपोर्ट्स के अनुसार पांच दिन के दौरान ही 1786 मरीज सामने आ चुके हैं। हर दिन आने वाली रिपोर्ट्स में संख्या बढ़ती जा रही है।
मई और जून में मिलाकर 13 मौतें हुई थी, 5 अगस्त तक गई 12 जाने
कोरोनो रिपोर्ट्स के अनुसार मई और जून महीने में 13 मरीजों की जानें गई थी। मई महीने में पांच और जून महीने मे आठ ने दम तोड़ दिया था। जुलाई के पूरे महीने में बारह जानें गई थीं। लेकिन इस महीने में शुरुआती पांच दिनों में ही बारह मरीजों की मौत हो चुकी है। बड़ी बात ये है कि हर दिन यह मौतों की संख्या बढ़ती जा रही है। चिकित्सकों का कहना है कि लापरवाही घातक है। सर्दी और जुकाम के मरीज लापरवाही बरत रहे हैं और संक्रमित हो रहे हैं। बारिश के खत्म होने के बाद ये परेशानी और बढ़ सकती है।