राजस्थान का एक और सरकारी कर्मचारी हनी ट्रैप में फंस दे रहा था सीक्रेट जानकारी, दिल्ली सेवा भवन में था कार्यरत

हनी ट्रैप में पकड़े गए राजस्थान के युवक जो की दिल्ली सेना भवन में कार्यरत था वह यह मानने को तैयार ही नहीं है कि वह जिस महिला से प्यार करता है वह एक पाकिस्तानी एजेंट है। वहीं जांच कर रहे अधिकारियों का कहना है कि युवक उसके प्यार में  पागल हो गया है।

Sanjay Chaturvedi | Published : Oct 22, 2022 2:38 PM IST

 जयपुर. देश में पड़ोसी मुल्क के द्वारा हनी ट्रैप की एक्टिविटी चलाते हुए यहां के सरकारी कर्मचारियों को फंसाकर सीक्रेट जानकारी निकालने का गंदा खेल खेल रही है। उसकी इस साजिश में एक और सरकारी मुलाजिम पकड़ा गया है। इसकी जानकारी जांच कर रहे खूफियां एजेंट के अधिकारी ने दी है । वहीं  जेल में बंद दिल्ली के सेना भवन में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रवि प्रकाश मीणा को विश्वास नहीं हो रहा है कि वह जिस महिला से प्यार करता है वह पाकिस्तानी एजेंट है। 31 वर्षीय आरोपी कर्मचारियों पर सेना के बारे में संवेदनशील और रणनीतिक जानकारी साझा करने का आरोप है।

अब तक 35 वां व्यक्ति, प्यार में होश खो दी जानकारी
गिरफ्तार आरोपी मीणा मामले की जांच कर रहे सीक्रेट डिपार्टमेंट के एक अधिकारी ने बताया कि कर्मचारी रवि प्रकाश मीणा अपनी सोशल मीडिया महिला के प्यार में इतना मदहोश हो गया कि विभाग की सारी सीक्रेट जानकारी देने लगा। उसे 8 अक्टूंबर के दिन अरेस्ट किया गया था, इसके बाद जब उससे पूछताछ की गई तो सामने आया कि आरोपी महिला से डिपार्टमेंट की सेना की कई सीक्रेट जानकारी और स्ट्रेटेजी साझा कर रहा था। उसको सबूत दिखाने के बाद भी वह मानने को तैयार नहीं था कि वह महिला कोई आईएसआई एजेंट है। वहीं आरोपी ने बताया कि वह पैसों को  लेने के बाद जानकारी दे रहा था किसी एजेंट को कोई भी गुप्त जानकारी नहीं दी है। कर्मचारी को करोली जिले के सपोटारा से अरेस्ट किया गया। इसके साथ ही वह हनी ट्रेप मामले में 35 आरोपी बन गया है।

वेस्ट बंगाल में पोस्ट बता रही थी महिला
अरेस्ट मीणा मामले में अधिकारी ने जानकारी दी कि पाकिस्तानी एजेंट खुद को पश्चिम बंगाल में तैनात एक भारतीय सेना अधिकारी के रूप में प्रजेंट किया और खुद का नाम अंजलि तिवारी बताया। इसके बाद उसने कर्मचारी को अपनी बातों के जाल में फंसाया और वहां विभाग के ऑपरेशन की सीक्रेट जानकारी लेने लगी। अधिकारी ने बताया कि आरोपी को पैसे लेकर सीक्रेट इंफोर्मेशन देने के तहत गोपनीयता अधिनियम के तहत केस दर्ज करते हुए अरेस्ट किया गया है। 

बना पसंदीदा तरीका
गुप्त विभाग के अधिकारी ने बताया कि पड़ोसी मुल्क द्वारा हनी ट्रैप में फंसाकर विभागों की सीक्रेट जानकारी लेने का पसंदीदा तरीका बनता जा रहा है। इसको अपनाते हुए साल 2017 से अभी तक 35 लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है। जिसमें 26 मामले दर्ज हुए है। हनी ट्रैप में लोगों को कॉल कर पहले भावनात्मक रूप से ब्लैक मेल करना,शादी करने का वादा करना जैसी बातों के साथ वीडियो कॉल करने के बाद उनसे डिफेंस क्षेत्र जहां वे काम करते है वहां की सीक्रेट जानकारी मांगी जाती है।

सुरक्षाकर्मी के साथ आम नागरिक भी इसके शिकार
जानकारी में सामने आया है कि हनी ट्रैप मामले में जो 35 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें से 10 सुरक्षाकर्मी तो 25 सामान्य नागरिक है। राजस्थान पुलिस के आकड़ों के अनुसार नागरिकों और सुरक्षा कर्मियों सहित 35 लोगों में से छह को 2017 में, 2019 में पांच, 2020 में पांच, 2021 में 9 और इस साल यानि 2022 में  अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके साथ  ही इनपर अभी तक 26 मामले दर्ज किए गए है।

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