
जयपुर.राजस्थान में मंकीपॉक्स की एंट्री होना बताया जा रहा है। बेंगलुरु से आए एक युवक के शरीर में इस तरह का वायरस मिलने की बात कही जा रही है । एहतियातन उस व्यक्ति को जयपुर के आर यू एच एस अस्पताल में रेफर किया गया है। वहां पर अन्य मरीजों से अलग इस मरीज का डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन के अनुसार उपचार शुरू कर दिया गया है। मरीज किशनगढ़ का बताया जा रहा है वह बेंगलुरु रहकर पढ़ाई कर रहा था और उसके बाद अजमेर के रेनवाल किशनगढ़ स्थित अपने घर लौटा था । लेकिन उसके शरीर पर जो निशान मिले हैं वह मंकीपॉक्स के जैसी ही बताए जा रहे हैं।
प्राइमरी जांच में लक्षण चिकन पॉक्स के
हालांकि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार इन निशान को चिकन पॉक्स भी बताया जा रहा है ,लेकिन चिकित्सक फिलहाल दो बड़ी लैब से आने वाली रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं । आर यू एच एस वहीं अस्पताल है जहां पर राजस्थान का सबसे बड़ा कोविड-19 बनाया गया था ,वहां अभी भी कोविड-19 मरीज भर्ती हैं जिनका अलग से इलाज किया जा रहा है।
अधीक्षक बोले हम रिस्क नहीं ले सकते, मरीज का इलाज शुरू
जयपुर के प्रतापनगर में स्थित सरकारी अस्पताल आर यू एच एस के अधीक्षक डॉ अजीत सिंह का कहना है कि s.m.s. और पुणे से आने वाली लैब रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं । लेकिन उससे पहले हम किसी भी तरह का रिस्क नहीं ले सकते । जो युवक अस्पताल में भर्ती किया गया है उसकी उम्र 20 साल है। उसकी ट्रैवल हिस्ट्री यह है कि वह बेंगलुरु में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं और बेंगलुरु से वापस कुछ दिन के लिए अपने घर लौटा है। प्रारंभिक पूछताछ में यह भी बताया गया है कि बेंगलुरु में जिस युवक के साथ 20 वर्षीय युवक रह रहा था उसमें भी इस तरह के लक्षण दिखाई दिए हैं। फिलहाल आर यू एच एस अस्पताल में मरीज का नाम और पता उजागर नहीं किया है ।
डॉ अजीत सिंह का कहना है कि लैब से आने वाली रिपोर्ट अगर पॉजिटिव होती है तो राजस्थान में मंकीपॉक्स के पहले केस की एंट्री मानी जा सकती है। गौरतलब है कि देश में कई राज्यों में मंकीपॉक्स के मरीज मिल रहे हैं।
राजस्थान की राजनीति, बजट निर्णयों, पर्यटन, शिक्षा-रोजगार और मौसम से जुड़ी सबसे जरूरी खबरें पढ़ें। जयपुर से लेकर जोधपुर और उदयपुर तक की ज़मीनी रिपोर्ट्स और ताज़ा अपडेट्स पाने के लिए Rajasthan News in Hindi सेक्शन फॉलो करें — तेज़ और विश्वसनीय राज्य समाचार सिर्फ Asianet News Hindi पर।