राजस्थान में माध्यमिक शिक्षा विभाग में एक बार फिर शिक्षक ट्रांसफर प्रक्रिया कर दी है। इसके तहत 3750 शिक्षकों का हुआ तबादला। बीच सेशन में अध्यापकों का तबादला करने के बाद प्रदेश के बच्चों ने मचाया बवाल। कहीं स्कूलों पर ताला जड़ दिया तो कहीं कर दिया हाईवे जाम।
जयपुर. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा विभाग में एक बार फिर से तबादलों का दौर शुरू हो गया है । माध्यमिक शिक्षा विभाग में 3750 से भी ज्यादा शिक्षकों के तबादले हुए हैं। इन तबादलों के बाद अब सात से आठ जिलों में बच्चों ने बवाल मचा दिया है। उन्हें नए शिक्षक नहीं चाहिए वह अपने पुराने शिक्षकों को ही अपने स्कूलों में चाहते हैं । इस मांग को लेकर बच्चों और उनके परिजनों ने स्कूलों पर ताले तक जड़ दिए हैं। हाईवे तक जाम कर दिए हैं। पिछले 5 दिन से राजस्थान में शिक्षा विभाग में तबादलों का दौर जारी है ।जो अगले सप्ताह तक जारी रहने की उम्मीद है।
आर्ट्स टीचर का हुआ ट्रांसफर
दरअसल गुरुवार को राजस्थान में कला संकाय के 8 विषयों के शिक्षकों का तबादला किया गया। 3740 शिक्षकों को इधर से उधर किया गया। इनमें सबसे अधिक तबादले हिंदी विषय के शिक्षकों के किए गए हैं। अब कॉमर्स संकाय के व्याख्याताओं को अपने तबादलों का इंतजार है। उनकी लिस्ट भी जल्द जारी होने वाली है।
इन शिक्षकों का किया जा चुका है तबादला
शिक्षा विभाग के अनुसार अब तक 1750 प्राचार्य 375 उप प्राचार्य और 990 से अधिक स्कूल व्याख्याताओं के तबादले किए गए । दूसरे दौर में करीब 4900 वरिष्ठ अध्यापकों तथा मंत्रालय कर्मियों का तबादला किया जा चुका है। तीसरे दौर में सबसे ज्यादा 1103 हिंदी के शिक्षकों को बदला गया है। इसके साथ ही कुल 8 विषयों में शिक्षकों को इधर से उधर किया गया है ।पिछले 5 दिन से चल रहे तबादलों में अब तक 11000 शिक्षकों के तबादले किए जा चुके हैं। इन शिक्षकों के अलावा अध्यापक तथा मंत्रालय कार्मिकों के 20000 से ज्यादा तबादले अभी और होने हैं । इनकी सूची भी 3 से 5 दिन के अंदर जारी हो जाएंगी ।
पहली बार तबादलों के बाद इतना बवाल
शिक्षा विभाग समेत अन्य सरकारी विभाग में तबादले होना एक सरकारी प्रक्रिया है और इसे हर साल फॉलो किया जाता है। लेकिन यह पहली बार है कि तबादलों के बाद राजस्थान में इतना बवाल हो रहा है। शिक्षकों के तबादलों के बाद बच्चों ने माहौल खराब करने की कोशिश की है । टोंक में स्कूल पर ताला जड़ दिया और उसके बाद हाईवे जाम कर दिए । उधर करौली जिले में हिंडौन पावली सड़क मार्ग को छात्रों ने जाम कर दिया। बीकानेर में भी यही हालात देखने को मिले ,पुराने शिक्षक को वापस लगाने की मांग को लेकर श्री डूंगरगढ़ के सरकारी स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया गया और स्कूल के मेन गेट को लॉक कर दिया गया। भीलवाड़ा में भी पुराने शिक्षक की मांग को लेकर बनेठा क्षेत्र के सरकारी स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया गया और छात्र परिजनों के साथ सड़कों पर बैठ गए। अजमेर में भी यही हालत रहे अजमेर में भी सड़क जाम कर दी गई और विरोध प्रदर्शन किया गया। इसके अलावा दौसा ,जयपुर और झुंझुनू जिले में भी यही हालात देखने को मिले।