जयपुर में खुद को आग लगाने वाले पुजारी की गुरुवार 18 अगस्त की देर रात मौत हो गई। पीड़ित ने जान जाने से ठीक पहले आरोपियों के खिलाफ अपना बयान पुलिस को दर्ज कराया। जिसमें उसने मंदिर कमेटी के लोगों के दोषी बताया है। वहीं पुजारी की मौत के बाद बेटी और पत्नी का रो रोकर बुरा हाल है।
जयपुर. जालोर में दलित छात्र की मौत के बाद जारी बवाल थमा नहीं है कि अब जयपुर में एक के बाद एक दूसरा बवाल शुरु हो गया है। दो दिन पहले एक महिला को जिंदा जलाकर मार दिया गया था। अब एक पुजारी की जलने से मौत हो गई है। ब्राह्मण समाज ने पुजारी की मौत पर 50 लाख रुपए के मुआवजे की मांग की है। हांलाकि पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सात आरोपियों में से चार को अरेस्ट कर लिया है। बाकि तीन की भी तलाश की जा रही है। मामले की जांच जयपुर की मुरलीपुरा पुलिस कर रही है। उधर पुजारी की मौत के बाद बेटी और पत्नी का रो रोकर बुरा हाल है। पुजारी ने देर रात एसएमएस अस्पताल में दम तोड़ दिया था। अपनी मौत से पहले पुजारी गिर्राज शर्मा ने जो बयान दिए उस बयान के आधार पर पुलिस ने सख्त धाराओं में केस दर्ज कर लिए हैं।
मंदिर समिति से चल रहा था विवाद
डीसीपी वंदिता राणा ने बताया कि पुजारी गिर्राज शर्मा ने सवेरे करीब छह बजे खुद को आग के हवाले किया था। मंदिर समिति और पुजारी परिवार के बीच में करीब दो तीन महीने से विवाद चल रहा था। कभी पूजा की थाली हटा दी जाती थी तो कभी डस्ट बिन को फेंक दिया जाता, इस तरह की जानकारियां सामने आई है। थाना पुलिस ने समिति के चार आरोपियों को पकड़ लिया गया है। जांच पड़ताल कर रहे हैं कि समिति रजिस्टर्ड है भी या नहीं। मुरलीपुरा पुलिस ने बताया कि गुरुवार सवेरे पुजारी ने खुद को आग लगा ली थी और देर रात एसएमएस असपताल में उनकी मौत हो गई।
ब्राह्मण समाज में फैला रोष, बड़े आंदोलन की तैयारी
इस पूरे घटनाक्रम के बाद अब ब्राह्मण समाज में रोष है। गौड़ ब्राह्मण महासभा राजस्थान के युवा प्रदेश अध्यक्ष पंकज पचलंगिया एडवोकेट ने तड़के पुजारी गिर्राज शर्मा के द्वारा व्यथित होकर खुदकुशी के प्रयास मे स्वयं को अग्नि के हवाले करने के प्रकरण की निंदा की है पंकज पचलंगिया ने बताया कि गौड़ ब्राह्मण महासभा के पदाधिकारी पुजारी गिरिराज शर्मा के परिवार के संपर्क में हैं तथा सभी घटना की जानकारी ली जा रही है तथा इस प्रकरण में उच्चतम स्तर तक कार्रवाई की जाएगी पुजारी परिवार को 50 लाख रुपए मुआवजा देने की भी मांग की है। गौड़ समाज ने मांग पूरी न होने पर आंदोलन भी किया जा सकता है।