राज्यसभा का रण : राजस्थान में मतदान से पहले CM गहलोत ने चला ऐसा दांव कि कांग्रेस विधायक ही चारों खाने चित

कांग्रेस के पास 108 विधायक हैं। बावजूद उसे सेंधमारी का डर है। यही कारण है कि विधायकों की बाड़ेबंदी की गई है। वह किसी भी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहती। कांग्रेस ने तीन सीटों पर रणदीप सिंह सुरजेवाला, मुकुल वासनिक और प्रमोद तिवारी को प्रत्याशी बनाया है। 
 

Asianet News Hindi | Published : Jun 10, 2022 2:53 AM IST

जयपुर : राजस्थान (Rajasthan) में राज्यसभा (Rajya Sabha Elections 2022) चुनाव का रण आज शुरू हो गया है। सुबह कुछ घंटों की वोटिंग के बाद दिन में काउंटिग होगी और शाम तक परिणाम सामने आ जाएगा। आज सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) की अग्निपरीक्षा है। इस अग्निपरीक्षा से चंद घंटे पहले सीएम ने ऐसा दांव खेला कि साथी मंत्री और विधायक तक तिलमिला गए। उनको इस दांव के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई थी। दरअसल, चुनाव से 12 घंटे पहले सीएम ने आमेर तहसील के लिए इंटरनेट बंद कर दिया। बिना किसी पूर्व सूचना के लिए यह नेटबंदी की गई। संभवतः यह पहली बार है कि राजस्थान में चुनाव के लिए इंटरनेट बंद किया गया है। 

जहां कांग्रेस विधायक ठहरे, वहीं चला दांव
दरअसल उदयपुर (Udaipur) में मौज मारने के बाद गुरुवार शाम विशेष विमान से विधायकों को जयपुर (Jaipur) लाया गया। इस दौरान जयपुर के दिल्ली रोड स्थित कूकस क्षेत्र में बने लीला रिसॉर्ट में उनको रखा गया। रात को सीएम ने उनके फोन उनको कुछ देर के लिए वापस लौटाए और उसके बाद रात को इंटरनेट बंद कर दिया गया, वह भी किसी को बिना बताए। दरअसल, गुरुवार रात 9 बजे से आज सुबह 9 बजे तक के आमेर तहसील में इंटरनेट बंद कर दिया गया। अचानक नेट बंदी के बारे में जनता को पता ही नहीं चल सका। 10 हजार से भी ज्यादा लोग इंटरनेट के लिए परेशान होते रहे। सुबह मीडिया के जरिए नेटबंदी के कारणों की जानकारी मिली। 

इसलिए किया गया इंटरनेट बंद
दरअसल, करीब सात दिन से सीएम और उनके करीबी नेता राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग और किसी भी तरह की परेशानी से बचने के लिए कांग्रेसी और निर्दलीय विधायकों को साथ लिए लिए घुम रहे हैं। कभी उदयपुर रिसोर्ट में ले जाते है। तो कभी जयपुर लेकर आते हैं। नेताओं को फोन भी कम से कम यूज करने के लिए कहा गया ताकि किसी तरह से क्रॉस वोटिग का डर नहीं रहे। सीएम और उनके नजदीकी नेताओं दावा है कि क्रॉस वोटिंग नहीं होगी। उधर भाजपा के दिग्गज नेता पहले ही कर चुके हैं सीएम कितने ही नेताओं को छुपा ले, फोन छीन ले... लेकिन बहुत से हमारे संपर्क में हैं। चुनाव के परिणाम में सब पता चल जाएगा।

इसे भी पढ़ें
रास चुनाव या कोई स्कैम: एसीबी, चुनाव आयोग के बाद ED की एंट्री, कांग्रेस को क्यों सता रहा हॉर्स ट्रेडिंग का डर

राज्यसभा चुनाव का काउंटडाउन : राजस्थान में मैजिकल नंबर से कांग्रेस दूर, सियासी गुणा-गणित में जुटे सीएम गहलोत

Read more Articles on
Share this article
click me!