
जयुपर. उदयपुर में बवाल के बाद देश भर में बदनाम हुए राजस्थान में इस सावन जैसी सख्ती की जा रही है, वह पहले कभी नहीं हुई है। अधिकतर जिलों की पुलिस इस बार सावन में कावड़ ले जाने वाले कावड़ियों का रजिस्ट्रेशन करेगी। उसक जानकारी नजदीकी थाने में होगी साथ ही उसको भी दस्तावेज सौपे जाएंगे। सावन मंे आने वाले चार सोमवार के लिए खासतौर पर यह सख्ती की जा रही हैं। इस सख्ती के अलावा और भी कई बिंदु हैं जो जयपुर पुलिस फॉलो कर रही है। सबसे ज्यादा सख्ती उदयपुर, जयपुर, जोधपुर, करौली, भीलवाड़ा, राजसमंद समेत दस से भी ज्यादा शहरों में की जा रही है।
इन पांच बिंदुओं पर होगी इस बार नजर, जयपुर शहर में तो ड्रोन करेंगे निगरानी
जयपुर शहर के नोर्थ इलाके का जिम्मा संभालने वाले डीसीसी नोर्थ परिस देशमुख ने बताया कि सावन पर पुलिस बंदोबस्त पिछले सालों की तुलना में ज्यादा किया जा रहा है। इस बार रजिस्ट्रेशन किए जाएंगे कावड लाने वालों के। ताकि उनकी पहचान हो सके। हर कदम पर सुरक्षा ही हमारा उदेश्य है। देशमुख ने बताया कि शहर में हिंदु और मुस्लिम दोनो समुदायों के लोग बड़ी संख्या में हैं। ऐसे में हिंदू और मुस्लिम दोनो ही धर्मों के गुरुओं को भी साथ लिया है, ताकि वे कावड यात्राओं का स्वागत कर सकें। उम्मीद है इससे वैनमन्सय खत्म होगा और शहर में शांति का माहौल बना रहेगा। जयपुर शहर में एक हजार से ज्यादा शिव मंदिर हैं, इनमें से चार सौ तो नोर्थ में ही हैं। नोर्थ में ही गलता तीर्थ है जहां का पवित्र जल से शिव अभिषेक किया जाता हैं। ऐसे में वहां भारी भीड़ रहती है।
इस बार जितना माहौल खराब हुआ , पहले कभी नहीं हआ
प्रदेश में इस साल जितनी बार माहौल खराब हुआ है उतना पहले कभी नहीं हुआ। शुरुआती महीनों में सबसे पहले करौली में बवाल हुआ। उसके बाद बांसवाड़ा, भीलवाड़ा, जोधपुर, राजसमंद, उदयपुर समेत कई शहरों में बवाल हुआ। इस कारण कई कई दिनों तक इंटरनेट बंद रखा गया। उदयपुर बवाल के बाद तो अभी तक भी गिरफ्तारियां जारी है। ऐसे में अब सावन का पूरा महीना बाकि है। शुरुआत आज से हुई हैं। हांलाकि इस बीच ईद का त्योंहार राजस्थान में शांति से गुजर गया है।
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