बारिश की कैद से आजाद होने के बाद राजस्थान के लोगों ने अभी कुछ ही राहत की सांस ली थी फिर एक बार भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी हुआ है। इस चेतावनी ने किसानों की टेंशन बढ़ा दी है। क्योंकि उनकी पकी हुई फसल खेतों में कटाई के लिए तैयार खड़ी है।
जयपुर. राजस्थान में मौसम एक बार फिर करवट लेने वाला है। बंगाल की खाड़ी में बने निम्र दबाव क्षेत्र से सक्रीय होने वाले पश्चिमी विक्षोभ से प्रदेश में बरसात का दौर अब फिर शुरू होने वाला है। जो हल्की तो कहीं भारी गति से बरसेगी। इसे लेकर मौसम विज्ञान केंद्र ने येलो अलर्ट जारी किया है। जिसके अनुसार प्रदेश में आगामी पांच दिनों तक फिर से बादल गरज के साथ जमकर बरसेंगे। शुरुआती दिनों में इसका असर पूर्वी राजस्थान में ही रहेगा, लेकिन दो दिन बाद पश्चिमी राजस्थान में भी अच्छी बरसात होगी।
इन जिलों में बरसात का अलर्ट जारी
मौसम विज्ञान केंद्र की ताजा रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार को पूर्वी राजस्थान के बारां, बूंदी, झालावाड़, कोटा और सवाई माधोपुर जिलों में मेघ गर्जन और वज्रपात के साथ कई इलाकों में भारी बरसात होगी। वहीं, अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, भरतपुर, भीलवाड़ा, चित्तौडगढ़़, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, झुंझुनूं , करौली, प्रतापगढ़, राजसमंद, सीकर, सिरोही, टोंक व उदयपुर जिले में मेघ गर्जन व वज्रपात के साथ हल्की बरसात होने की संभावना है। रिपोर्ट के अनुसार इससे पहले आज भी पूर्वी राजस्थान के बांसवाड़ा, बारां, भरतपुर, बूंदी, चित्तौडगढ़़, धौलपुर, डूंगरपुर, झालावाड़, करौली, कोटा , प्रतापगढ़, सवाई माधोपुर और उदयपुर जिलों के कुछ इलाकों में मेघ गर्जन व वज्रपात के साथ हल्की बारिश होने के संभावना है।
पांच दिन होगी बरसात, किसानों की बढ़ी चिंता
मौसम विभाग के अनुसार नए मौसमी तंत्र का असर प्रदेश में आगामी पांच दिन तक जारी रहेगा। इस दौरान पहले दो दिन तक पूर्वी राजस्थान में हल्की से भारी बारिश होगी। बाद में पश्चिमी राजस्थान में भी बादल गरज के साथ हल्की से भारी गति से बरसेंगे। मौमस के जानकारों के अनुसार बरसात के साथ ही राजस्थान में तापमान में भी कमी आएगी। जिससे सर्दी की शुरुआत भी होगी। बरसात की भविष्यवाणी ने किसानों की चिंता भी बढ़ा दी है। क्योंकि फसल कटाई के समय होने वाली बरसात से किसानों को भारी नुकसान होने की आशंका सताने लगी है।
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