बांग्लादेश से वीजा लेकर भारत आए युवक को बीएसएफ ने अवैध रूप से पाकिस्तान में घुसने के दौरान बॉर्डर से पकड़ा है। उसके पास से तीन मोबाइल एक लेपटॉप और नक्शा बरामद हुआ है। पकड़ में आने के बाद बना गूंगा बहरा। पर फिर सच्चाई बाहर आई। पुलिस व BSF पूछताछ में लगी।
जैसलमेर. राजस्थान के जैसलमेर जिलें में बीएसएफ ने भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर घूमते हुए एक बांग्लादेशी युवक को गिरफ्तार किया है। युवक बांग्लादेश का रहने वाला है जो राजस्थान के रास्ते होकर पाकिस्तान से सऊदी अरब जाना चाहता था। लेकिन इससे पहले ही बीएसएफ के जवानों ने उसे पकड़ लिया। बीएसएफ के जवानों ने युवक के पास से एक लैपटॉप और तीन मोबाइल,एक नक्शा समेत कुछ अन्य सामान भी बरामद किया है। जैसे ही जवानों ने पकड़ने के लिए उसे घेरा तो पहले तो युवक गूंगा बहरा होने का नाटक की करता रहा। लेकिन धीरे-धीरे उसकी सच्चाई सामने आने लगी। बीएसएफ पूछताछ करने मे जुटी।
बॉर्डर पार कर पाकिस्तान जाने की फिराक में था आरोपी
बांग्लादेश का रहने वाला सरवर हुसैन पहले बांग्लादेश ने वीजा लेकर देश की राजधानी दिल्ली आया। इसके बाद यहां से अजमेर में ख्वाजा गरीब नवाज के दर पर मत्था टेकने गया। इसके बाद जोधपुर के रास्ते जैसलमेर पहुंचा। जैसलमेर में रुक कर ही उसने बॉर्डर पार करने का प्लान बनाया था। फिलहाल बीएसएफ ने इसकी जांच के लिए एक कमेटी बनाई है। कमेटी ही पूछताछ करेगी की आरोपी कहां से आया था और उसका असली मकसद क्या था।
नूपुर शर्मा को मारने पाकिस्तान से आया था युवक
गौरतलब है कि करीब एक से डेढ़ महीने पहले भी श्रीगंगानगर के हिंदुमलकोट पर बीएसएफ में एक पाकिस्तानी युवक को गिरफ्तार किया था। जो भारत में नूपुर शर्मा की हत्या करने के इरादे से आया था। उसके पास से भी बीएसएफ को एक धारदार चाकू और नक्शा मिला था। पुलिस पूछताछ में उसने यह बात भी स्वीकारी थी कि नूपुर शर्मा के हत्या के इरादे से ही वह राजस्थान की सीमा में घुसा था। हालांकि सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि यदि युवक बांग्लादेश का रहने वाला है और पाकिस्तान जाना चाहता था, तो उसके पास लैपटॉप मोबाइल और नक्शे का क्या मतलब। फिलहाल बीएसएफ और लोकल पुलिस आरोपी से कड़ी पूछताछ में जुटी है।
घुसपैठियों के लिए राजस्थान इसलिए सबसे ज्यादा पसंदीदा
सूत्रों की माने तो सबसे ज्यादा घुसपैठ की हरकत राजस्थान में ही की जाती है। यहां का सबसे बड़ा कारण है कि बॉर्डर पर चौकियों के बीच काफी दूर ही रहती है। गश्त के दौरान हुई एक फोन से दूसरे फोन तक पहुंचने के लिए सैनिकों को काफी समय लग जाता है। ऐसे में घुसपैठिए बड़े आराम से बॉर्डर तक पर कर लेते हैं।
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