
जालौर. राजस्थान के जालौर में कक्षा 3 के छात्र 9 साल के इंद्र मेघवाल की मौत के बाद राजस्थान के कई जिलों में हालात पुलिस के लिए परेशानी खड़ी करने वाले बनते जा रहे हैं। छात्र की मौत के बाद आज यह पहला मौका है, जब जालौर में बहुत बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है। दरअसल जालौर जिले में आज भाजपा के दिग्गज सांसद किरोड़ी लाल मीणा अपनी टीम के साथ पहुंच रहे हैं। उधर राजस्थान प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा एवं राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी कार्यकर्ताओं की टोली के साथ वहां जा रहे हैं। इसके अलावा दोपहर में मानव अधिकार आयोग की टीम भी वहां पहुंच रही है। साथ ही जयपुर से छात्रों का एक दल भी दोपहर तक वहां जाने की तैयारी कर रहा है। इन सबके अलावा स्थानीय नेता और स्थानीय दलित लोगों ने पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। अचानक इतने सारे घटनाक्रम को देखते हुए जालौर में सराणा थाना क्षेत्र में स्थित गांव में भारी पुलिस बंदोबस्त किया गया है। जालौर के एसपी और जालौर के कलेक्टर दोनों सुबह मौके पर पहुंचे और स्थितियों का जायजा लिया है।
जनता को संबोधित करेंगे किरोड़ी लाल
जालौर के सराणा थाना क्षेत्र में स्थित एक निजी विद्यालय में करीब 1 महीने पहले छात्र के कथित रूप से मटकी से पानी पीने के बाद उसको इतना पीटा गया कि उसकी एक महीने बाद मौत हो गई। छात्र इंद्र मेघवाल के पिता ने शिक्षक छैल सिंह के खिलाफ एससी एसटी एक्ट समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कराया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन दलित छात्र की मौत के बाद राजस्थान में सरकार के खिलाफ माहौल बनने लगा है। दलित नेताओं ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसी कड़ी में भाजपा के सांसद किरोड़ी लाल मीणा जालौर पहुंच रहे हैं, वे पीड़ित परिवार से मुलाकात करेंगे और बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं और जनता को संबोधित करेंगे।
मौके के हालात जानेंगे डोटासरा, आप पार्टी भी पहुंचेगी
वही कांग्रेस सरकार ने अपने प्रतिनिधियों के तौर पर गोविंद सिंह डोटासरा एवं सचिन पायलट को स्थानीय नेताओं एवं कार्यकर्ताओं की मदद से हालात काबू करने के लिए भेजा है। उधर आप पार्टी के प्रतिनिधि भी दोपहर के बाद तक पीड़ित परिवार से मुलाकात करने जालौर पहुंच रहे हैं, वे भी लगातार सरकार के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं।
मानवाधिकार आयोग, दलित छात्रों का समूह भी आ रहा
वही मानव अधिकार आयोग ने इस पूरे मामले में स्वर प्रेरित पसंज्ञान लिया है और इसके बाद आज पीड़ित परिवार से मानव अधिकार आयोग की टीम मुलाकात कर सकती है। वहीं जयपुर में राजस्थान विश्वविद्यालय में 2 दिन से धरने पर बैठे दलित छात्रों का एक दल भी जालौर पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात कर इस पूरे मामले को हवा दे सकता है।
इस मामले में पहले ही एक दलित एमएलए अपना त्यागपत्र सरकार को भेज चुके हैं एवं उनके समर्थन में सात अन्य पार्षदों ने भी अपना त्यागपत्र अपने उच्च अधिकारियों को भेज दिया है। जालौर में हुए इस बवाल के बाद फिलहाल स्थितियां पुलिस और प्रशासन के काबू में है। लेकिन आज होने वाले इस घटनाक्रम के बाद हालात फिर से परेशानी खड़ी कर सकते हैं।
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