जालोर जिले के सायला क्षेत्र के सुराणा के दलित छात्र इंद्र मेघवाल की मौत के मामले में लगातार राजनीति हो रही है। अब इस केस में कांग्रेस सांसद दिग्विजयसिंह समेत पांच लोगो के खिलाफ केज दर्ज करवाया गया है।
जालोर. राजस्थान के जालोर जिले में 9 साल के दलित छात्र इंद्र मेघवाल की मौत के मामले को लेकर सियासत गरमाई हुई है। एक तरफ जहां आरोपी टीचर को सलाखों के पीछे डाल दिया है तो वहीं अब नई जानकारी सामने आई है। जहां मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के सीनियर नेता दिग्विजय सिंह के समेत पांच लोगों के खिलाफ जालोर कोतवाली में केस दर्ज कराया गया है। दरअसल, दिग्विजय सिंह पर आरोप है कि उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए शिक्षक को आरएसएस से जोड़ा है।
दिग्विजय सिंह समेत इन पांच लोगों पर दर्ज हुआ केस
दरअसल, जालोर निवासी मधुसूदन व्यास ने यह मामला दर्ज करवाया है। पुलिस में दर्ज मामले के मुताबिक, सायला पुलिस थाने में दिग्गविजय सिंह, उदित राज, संदीप सिंह, ब्लॉगर हंसराज मीणा, और गौतम कश्यप पर केस दर्ज किया गया है। वहीं शिकायतकर्ता मधुसूदन व्यास ने कहा-कांगेस नेता ने आरोपी शिक्षक को आरएसएस का बताकर घृणा और दुर्भावना पैदा करने की कोशिश की है।
जानिए क्या है पूरा मामला
बता दें कि दलित छात्र की मौत की घटना को लेकर दिग्गविजय सिंह, समेत पांचों लोगों ने 14 अगस्त 2022 से 17 अगस्त 2022 तक अलग-अलग टवीट किए, लेकिन सभी की शब्दाबली एक जैसी थी। शिकाकर्ता व्यास का कहना है कि इन सभी लोगों ने इस घटना के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को जिम्मेदार ठहराने का प्रयास किया है। क्योंकि उन्होंने आरोपी टीचर को आरएसएस का कार्यकर्ता बताया है।साथ इन लोगों ने विद्यालय को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का विद्यालय बताया है। ताकि समाज में संघ जैसे पवित्र राष्ट्र भक्त सेवा भावी संगठन के प्रति लोगो में वैमनस्य उत्पन्न हो, इसका पूरा-पूरा प्रयास किया है। शिकाकर्ता ने कहा कि यह काम इन लोगों ने जानबूझकर किया है।
टीचर ने मटकी छूने पर दलित छात्र को बुरी तरह पीटा था
जालोर में दलित छात्र की मौत के मामले को आज पूरा एक महीना हो गया है। सुराणा गांव में पढ़ने वाले छात्र इंद्र कुमार मेघवाल की स्कूल में पानी के मटके को हाथ लगाने पर उसके टीचर छैल सिंह ने उसे इतनी बुरी तरीके से पीटा था कि वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद उसे इलाज के लिए अहमदाबाद ले जाया गया। यहां 24 दिन इलाज चलने के बाद किशोर की मौत हो गई। घटना का विरोध इतना बड़ा की जालौर में नेट बंद करना पड़ा। वहीं पुलिस को भीड़ खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज का भी प्रयोग करना पड़ा। अब यह मामला पूरे देश में गरमाया हुआ है।