राजस्थान के जालोर जिलें में एक दलित छात्र की हत्या का मामला शांत होने का नाम नहीं लेना रहा है। अब 16 अगस्त की सुबह, 4 युवक विधानसभा के पास पानी की टंकी पर चढ़कर सरकार से मांग करते हुए कहा कि- पीड़ित परिवार को 50 लाख का मुआवजा दे।
जयपुर. जालौर में एक टीचर की पिटाई से हुई किशोर की मौत के मामले में विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है। घटना के विरोध में आज जयपुर में चार युवक के पानी की टंकी पर चढ़ चुके हैं। जिनकी मांग है कि पीड़ित परिवार को 50 लाख का मुआवजा और न्याय मिले। जब तक मांगे पूरी नहीं आती है तब तक वह पानी की टंकी पर ही खड़े रहेंगे।
सोशल मीडिया में जारी किया वीडियो
टंकी पर चढ़ने वाली एक युवक बनवारी लाल मीणा ने इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर जारी किया है। जिसमें उसने कहा है कि राजस्थान में दलितों पर लगातार अत्याचार के मामले बढ़ते जा रहे हैं। जालौर में किशोर की मौत के बाद अभी तक परिवार को न्याय नहीं मिल पाया है। ऐसे में हमने आज टंकी पर चढ़ने का फैसला किया है। हम विधानसभा के पास पानी की टंकी पर चढ़े हुए हैं। बनवारी लाल मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीड़ित के परिवार 5 लाख का मुआवजा देने की बात कही है। इसे बढ़ाकर 50 लाख कर देना चाहिए। इसके साथ ही दलितों पर हो रहे अत्याचारों में के मामलों में जल्द से जल्द कार्रवाई हो। टंकी पर चढ़े इन युवाओं की खबर इतनी देर किसी को भी नहीं थी। लेकिन जैसे ही इन्होंने वीडियो सोशल मीडिया पर जारी किया उसके बाद लगातार वहां बड़ी संख्या में लॉगइन का समर्थन करने के लिए पहुंच रहे हैं। वहीं सिविल डिफेंस की टीम भी मौके पर पहुंची हुई है।
यह था मामला
करीब 27 दिन पहले जालौर में एक दलित किशोर द्वारा स्कूल में पानी के मटके को हाथ लगाने पर उसके टीचर छैल सिंह ने उसे इतनी बुरी तरीके से पीटा था कि वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद उसे इलाज के लिए अहमदाबाद ले जाया गया। यहां 24 दिन इलाज चलने के बाद किशोर की मौत हो गई। घटना का विरोध इतना बड़ा की जालौर में नेट बंद करना पड़ा। वहीं पुलिस को भीड़ खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज का भी प्रयोग करना पड़ा।