राजस्थान के जालोर में दलित छात्र की शिक्षक की पिटाई के बाद जान के बाद प्रदेश में 36 कौम ने विरोध दर्ज कराया था। मंगलवार के दिन फिर से इसके लोग एकजुट हो रहे है, जिसने पुलिस की टेंशन बढ़ा दी है। मामले की जानकारी होने के बाद कई पुलिस अफसर जिलें में पहुंच रहे है।
जालोर. राजस्थान के जालोर में दलित बच्चे इंद्र मेघवाल की मौत के बाद आज यानि मंगलवार 30 अगस्त के दिन पुलिस प्रशासन के लिए फिर से टेंशन भरी खबर है। दरअसल मंगलवार के दिन फिर से 36 कौम के लोग एकजुट हो रहे हैं और उनके साथ ही करणी सेना के लोग भी मौके पर आ रहे हैं। इन सूचनाओं के बाद जालोर में पुलिस बल बढ़ाया जा रहा है। 36 कौम के लोग और करणी सेना के लोग मलकेश्वर मठ में जमा हो रहे हैं। पुलिस ने मठ के आसपास और इंद्र मेघवाल के घर के आसपास अतिरिक्त पुलिस बल बढ़ा दिया है।
इसलिए जमा हो रही है 36 कौम और करणी सेना
दरअसल तीसरी कक्षा में पढ़ने वाले जालोर के दलित छात्र इंद्र की मौत के बाद से बवाल लगातार जारी है। पीडित परिवार से मिलने के राजस्थान समेत देश के अन्य राज्यों से दलित समाज के नेताओं के साथ ही राजनीतिक पार्टियों के नेता भी पहुंचे हैं। लेकिन पिछले कुछ दिनों से माहौल शांत हो गया। अब माहौल में फिर से उबाल आ सकता है। आज जालोर स्थित मलकेश्वर मठ मे जमा हो रहे 36 कौम के लोग और करणी समाह के लोग पीडित परिवार के साथ ही कथित आरोपी पक्ष के लिए भी जमा हो रहे हैं। उनकी मांग है कि इस पूरे घटनाक्रम को राजनीतिक रुप नहीं दिया जाए और इसकी सही तरह से जांच की जाए।
एसआईटी जांच कर रही, जल्द सौपेगी रिपोर्ट
उधर इस मामले में सरकार की ओर से नियुक्त एसआईटी भी जांच कर रही है। पिछले दिनों एडीजी रवि प्रकाश मेहरडा ने भी जालोर का दौरा किया था और रिपोर्ट तैयार की थी। उसके बाद सरकार ने एसआईटी का गठन किया था। अब एसआईटी की रिपोर्ट का सरकार को इंतजार है। सरकार ने इस मामले में अभी तक मटके वाली थ्यौरी पूरी तरह से नहीं मानी है।
यह भी पढ़े- मथुरा से धौलपुर आए थे एक ही परिवार के तीन सदस्य, भरतपुर में खौफनाक हादसे के बाद हवा में उछले शव