राजस्थान में जब 71 साल के मुख्यमंत्री ने आजमाएं कबड्डी में हाथ, दाव देखने वालों की लग गई भीड़

राजस्थान में सोमवार 29 अगस्त के दिन से सबसे बड़े ग्रामीण टूर्नामेंट की शुरुआत हुई है। इसे राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक नाम दिया गया है। इन खेलों की शुरुआत प्रदेश सुप्रीमों अशोक गहलोत ने की। इसी दौरान लोगों के आग्रह पर कबड्डी में अपने दाव आजमाए।

Sanjay Chaturvedi | Published : Aug 29, 2022 2:30 PM IST

जोधपुर.  राजस्थान में सोमवार 29 अगस्त से दुनिया का सबसे बड़ा टूर्नामेंट शुरू हुआ है। इस टूर्नामेंट को राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक का नाम दिया गया है। आज यानि सोमवार से की गई इसकी शुरुआत के बाद यह आयोजन 5 अक्टूबर तक जारी रहेंगे। उसके बाद विजेता टीमों का सम्मान किया जाएगा। इस दिन हर जिले में जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में हुए आयोजनों के बीच जोधपुर में भी बड़ा आयोजन हुआ। जोधपुर में इन खेलों की शुरुआत खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने की। यहां के ग्रामीण क्षेत्र में जब आज वे पहुंचे तो वहां पहले से ही खेल परिषद की अध्यक्ष कृष्णा पूनिया एवं खेल मंत्री अशोक चांदना मौजूद थे। मंत्री सुभाष गर्ग भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ वहां थे।

खिलाड़ियों से बातचीत के दौरान रिक्वेस्ट पर खेली कबड्डी 
उन्होंने भाषण के बाद जब खेलों  की शुरुआत की तो कबड्डी और अन्य खेल गांव में शुरू हो गए। खिलाड़ियों के बीच जाकर जब वे बातचीत कर रहे थे तो कुछ ग्रामीणों ने उन्हें भी कबड्डी में दांव आजमाने के लिए निवेदन किया। पहले तो मुख्यमंत्री मना करते रहे लेकिन जब कृष्णा पूनिया और अशोक चांदना वहां पहुंचे और उन्हें भी उन्होंने भी मुख्यमंत्री से आग्रह किया तो मुख्यमंत्री मान गए। उन्होंने वहां मौजूद  ग्रामीणों की टीम के साथ कबड्डी खेली।  कबड्डी में उन्होंने दांव लगाया और दूसरे पाले में प्रतिद्वंदी टीम के पास पहुंचे। लेकिन वह ज्यादा देर टिक नहीं सके। उन्हें पहली बार में ही प्रतिद्वंदी टीम ने पकड़ लिया। उसके बाद दोनों पक्षों ने एक दूसरे से हाथ मिलाया और वहां पर मौजूद सैकड़ों की संख्या में जनप्रतिनिधि, सरकारी कार्मिक और ग्रामीणों ने तालियां बजा दी।

गांव की छुपी प्रतिभा बाहर लाना उद्देश्य है
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि इस खेल के आयोजन का उद्देश्य स्वस्थ रहना एवं राजस्थान के गांव में छुपी हुई ग्रामीण प्रतिभाओं को सवारना और निखारना है। उन्होंने खेल मंत्री अशोक चांदना एवं खेल परिषद के अध्यक्ष कृष्णा पूनिया से कहा कि इन खेलों के दौरान गांव से उन खिलाड़ियों को तैयार करें जिन्हें जरूरी मंच नहीं मिला, लेकिन वह अच्छे खिलाड़ी हैं। फिर चाहे वह पुरुष हो या महिला, चाहे लड़का हो या लड़की ,सरकार उनकी मदद करेगी । जिससे नेशनल स्तर पर और प्रदेश स्तर पर वह अपना और अपने शहर का नाम रोशन कर सकें ।

मुख्यमंत्री ने कहा की इस आयोजन में राजस्थान के 44 हजार से भी ज्यादा गांव के 30 लाख से भी ज्यादा लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। क्रिकेट ,खो-खो, कबड्डी, शूटिंग बॉल समेत कई खेलों का आयोजन आने वाले 5 अक्टूबर तक किया जाना है। नियमानुसार टीमें बनाकर सरकारी प्रतिनिधियों की मौजूदगी में ही इन खेलों का आयोजन किया जाएगा।

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