मौत की चौखट पर खड़ा था जवान, तभी पुलिसकर्मियों ने किया ऐसा चमत्कार की पूरी तरह ठीक हो गया

राजस्थान के जोधपुर में पुलिसकर्मियों को बचाने के लिए पुलिसवालों ने सोशल मीडिया में कैंपेन चलाकर 20 लाख रुपए जुटा लिए। हार्ट ट्रांसप्लांट करने के लिए करीब 35 लाख रुपए की जरुरत थी। एक फौजी के परिजनों ने हार्ट डोनेट किया। 

Pawan Tiwari | Published : Sep 4, 2022 8:55 AM IST

जोधपुर. कहावत है कि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। एक बार फिर से यह कहावत सही साबित हुई जोधपुर में एक हेड कॉन्स्टेबल का जीवन बचाने के लिए उसके साथियों ने जान की बाजी लगा दी। पुलिसकर्मी अपनी साथी को बचाने के लिए लगातार प्रयास करते ही रहे और आखिरकार उसकी जिंदगी बच गई। यह पूरा घटनाक्रम जोधपुर के हेड कांस्टेबल दिनेश कुमार के साथ हुआ है।

सोशल मीडिया से जुड़ा लिए 20 लाख
दरअसल, जोधपुर के निवासी दिनेश कुमार मीणा राजस्थान पुलिस में हेड कांस्टेबल के पद पर हैं।  कुछ महीनों पहले ड्रिल के दौरान अचानक सीने में दर्द हुआ।  जांच कराई तो पता चला कि दिल की समस्या है।  दिनेश के परिजन चिंतित हुए उन्होंने डॉक्टरों से परामर्श लेकर दवाइयां शुरू की। धीरे-धीरे यह समस्या बढ़ती जा रही ती डॉक्टरों ने कहा- अब हार्ट ट्रांसप्लांट ही इसका एकमात्र उपाय है।  इसके लिए निजी अस्पताल में करीब 30 से 35 लाख रुपए का खर्च बताया गया।

दिनेश के दोस्तों को जब यह बात पता चली तो उन्होंने सोशल मीडिया पर दिनेश को बचाने के लिए कैंपेन शुरू कर दिया और एक खाता नंबर दिया जिसमें दिनेश की मदद के लिए रुपए जमा कराए गए।  पता चला कि कुछ ही दिनों में सैकड़ों लोगों ने इस खाते में करीब 20 लाख रुपए जमा करा दिया।  लेकिन उसके बावजूद भी और रुपयों की जरूरत थी। दिनेश के परिजन और उसके साथी पैसों की व्यवस्था कर ही रहे थे कि इस दौरान चमत्कार हो गया।

फौजी ने  डोनेट कर दी किडनी
अचानक सीकर जिले के रहने वाले पूर्व फौजी रिछपाल सिंह की एक सड़क हादसे में मौत हो गई। चिकित्सकों ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया था। उनके परिवार ने उनका हार्ट लीवर और किडनी, डोनेट कर दिए। इस बारे में जैसे ही दिनेश के परिजनों और उनके साथियों को पता चला उन्होंने तुरंत हार्ट ट्रांसप्लांट करने की सरकारी प्रक्रिया को फॉलो किया। कुछ आवश्यक जांच पड़ताल के बाद चिकित्सकों ने ब्रेन डेड रिछपाल सिंह का हॉर्ट दिनेश कुमार मीणा के ट्रांसप्लांट कर दिया।

तेजी से हो रही है रिकवरी
अब दिनेश की हालत लगातार बेहतर होती जा रही है। चिकित्सकों का कहना है कि कुछ सप्ताह के बाद वह अपनी ड्यूटी भी ज्वाइन कर सकते हैं, लेकिन उन्हें कुछ नियम फॉलो करने पड़ेंगे। अब दिनेश के परिजन और उनके साथी लगातार उसकी सेवा में जुटे हुए हैं। राजस्थान पुलिस के अधिकारियों ने भी दिनेश को आराम करने के लिए सलाह दी है।

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