राजस्थान में जलसंकट की नौबत, सरहिंद फिडर टूटने से बढ़ा पानी का इंतजार,इससे निपटने के लिए कलेक्टर ने किए ये काम

जोधपुर में जलसकंट की नौबत, नहर टूटने से 23 मई को आने वाला पानी अब दो जून तक आएगा । पूरे शहर में निंगरानी के लिए प्रशासन ने लगाए अधिकारी कलेक्टर ने जारी किए आदेश।

Sanjay Chaturvedi | Published : May 21, 2022 2:58 PM IST

जोधपुर.शहर में जलसंकट के हालात बनने जा रहे है। क्योंकि नहरबंदी दो दिन बढ़ने की घोषणा हुई लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि यह समय बढे़गा। क्योंकि सरहिंद के फिडर टूट गए है। जिसके मरम्मत का काम चल रहा है। ऐसे में संग्रहित पानी से ही अगले आठ से दिन चलाने है। इसके चलते प्रशासन भी चिंता में है। कलेक्टर खुद आज जलदाय विभाग के साथ बैठकर पूरा प्लान तैयार किया है।

सरहिंद नहर टूटने से बने हालात

जोधपुर शहर की जलापूर्ति का मुख्य स्रोत इन्दिरा गांधी नहर है जिसकी पंजाब तथा राजस्थान में मरम्मत के लिये नहर बंदी वर्तमान में चल रही है। यह काम साल भर में 60 दिन के लिए किया जाता है। यह नहर का पानी 21 मई, शनिवार को पंजाब से प्रारंभ होकर 28 मई तक जोधपुर पहुंचना था और उसके बाद ही जोधपुर में जल संग्रहण की तैयारी की गई थी लेकिन सरहिन्द फिडर के पास मुख्य नहर टूट जाने के कारण अब इस नहर का पानी 2 जून तक जोधपुर पहुंचने की संभावना है। इस दौरान जलापूर्ति की व्यवस्था बनाए रखने के लिए जोधपुर शहर के विभिन्न क्षेत्रों को 18 जोन में बाँट कर अठारह अलग अलग दलों का गठन किया गया है। तीन कंट्रोलरूम भी बनाए गए है। साथ इनके फोन नंबर भी जारी किए गए है। जिला प्रशासन नियंत्रण कक्ष का फोन नम्बर 0291-250519 है। जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग नियंत्रण कक्ष के फोन नम्बर 0291-2651710 एवं 0291 - 2651711 हैं।


पानी के सप्लाय के लिए कलेक्टर की ये है तैयारी
कलेक्टर ने माना है कि 23 जून के बाद पानी आने में देरी होती है तो संकट की स्थिति होगी। जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने कहा कि नहरबंदी बढने से होने वाली परेशान से बचने के लिए पानी का सदुपयोग करें। हालात संभालने के लिए हमने जलदाय विभाग के साथ आरएएस अधिकारियों की टीम लगाई है। वर्तमान में स्टोरेज पानी 275 एमसीएफटी है। लेकिन इसमें 150 एमसीएफटी डेढ स्टोरेज है। ऐसे में शेष पानी से प्रतिदिन 14 से 15 एमसीएफटी के हिसाब से करीब दस दिन आपूर्ति हो सकती है। लेकिन पानी के दो जून तक आने की संभावना है। इसमें विलंब भी हो सकता है। ऐसे में तीन दिन में एक बार पानी दिया जाएगा। इस दौरान जगह जगह पर पानी के टैंकर से आपूर्ति करने की व्यवस्था की गई है। साथ ही हर क्षेत्र के अधिकारी लगाए गए है। जो शिकायतों का निस्तारण करेंगे। इसके साथ ही कलेक्टर ने लोगो से अपील की है कि वो पानी का बचाएं और व्य़र्थ पानी बहने से रोके जिससे कि हम इस समस्या का मिल कर समाधान निकाल सके।

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