पिछले कुछ दिन से राजस्थान की शिक्षा नगरी कहे जाने वाले कोटा की टेक्निकल यूनिवर्सिटी आरटीयू से शर्मनाक मामले सामने आ रहे हैं। जहां प्रोफेसर लड़िकयों को पास करने के बहाने उनके साथ छेड़छाड़ करते थे। अब अंडरवियर प्रोफेसर चोर के बाद विश्वविद्यालय के डीन का डर्टी कांड सामने आया है।
कोटा (राजस्थान). कोटा शहर में स्थित कोटा तकनीकी विश्वविद्यालय में एक और विकेट गिर गया है। कोटा से एक और ठरकी शिक्षक का काला कांड खुला है। शिक्षक को प्रबंधन ने हटा दिया है और अब उसे पुलिस अरेस्ट करने की तैयारी कर रही है। इस घटना के बाद से कोटा से लेकर जयपुर तक हडकंप मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि कुछ और शिक्षक और उनसे ताल्लुक रखने वाले उनके नजदीकी छात्र निशाने पर हैं। जो एक तरह से दलाल की भूमिका निभाते रहे हैं, उनको भी राउंड अप किया जा रहा है।
पहले आरटीयू कोटा का कांड नंबर वन... अंडरवियर चोर प्रोफेसर तीसरी बार रिमांड पर
कोटा में तकनीकी विश्वविद्यालय का बीटेक का प्रोफेसर गिरिश परमार अरेस्ट हो चुका है। कॉलेज की छात्राओं सेक्स करने की कोशिश करने वाला गिरिश तीसरी बार रिमांड पर लिया गया है। उसे तीन दिन के लिए फिर से पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया है। गिरिष पर दो छात्राओं ने आरोप लगाए थे कि वह नंबर देने और पास करने के बदले सैक्स करने की डिमांड करता था। यह डिमांड इंटरनेट कॉल के जरिए और अर्पित अग्रवाल नाम के एक छात्र के जरिए करता था। उसका जो फोन बरामद किया गया है उसमें करीब तीस जीबी से ज्यादा स्टोरेज में नग्न वीडियो और अश्लील चैट स्टोर है। अब सामने आया है कि उसके पास से कुछ कॉल गर्ल के नंबर भी मिले हैं और मोबाइल में और भी बहुत कुछ राज हैं इस कारण उसे तीसरी बार रिमांड पर लिया गया है। उस पर तीन और केस दर्ज हो चुके हैं। वे अपने साथ ही काम करने वाली महिला प्रोफेसर के अंडरगारमेंट भी चुराते पाए जा चुके हैं।
अब बात करते हैं कांड नंबर दो की.... डीन भी ठरकी निकला, अब खुल रहे काले कांड
अब विश्वविद्यालय में इलेक्ट्रॉनिक्स डिपार्टमेंट के पूर्व एचओडी और डीन फैकल्टी अफेयर्स राजीव गुप्ता का केस भी सामने आया है। साल 2021 यानि पिछले साल एक संविदाकर्मी महिला ने उन पर आरोप लगाए थे। इस पर आरटीयू ने कोई कार्रवाई नहीं की और नतीजा ये रहा कि महिला को अपनी जॉब छोड़नी पडी। गिरिश का मामला खुलने के बाद अब दिल्ली से आई महिला आयोग की टीम जब कोटा पहुंची तो सविंद कर्मी पीडित महिला उनसे मिली। इस पर आयोग की टीम ने पहले पुलिस को लताड़ा, पुलिस ने इस केस में एफआर लगा दी थी और उसके बाद कॉलेज मैनेजमेंट की भी क्लास ली जिन्होनें इतने बड़े मामले को गंभीरता से नहीं लिया। अब राजीव गुप्ता को हटा दिया गया है। उनकी जगह पर सिविल डिपार्टमेंट के प्रोफेसर एके द्विवेदी को नया डीन फैकल्टी अफेयर्स बनाया है। यह भी सामने आया है कि महिला संविदाकर्मी को फिर से नौकरी पर लाने के लिए गिरिष परमार ने दबाव बनाया था और कहा था कि राजीव सर के अलावा मेरे साथ भी संबध बनाने होंगे, फिर नौकरी पर आ सकती हो, फिर कोई परेशानी नहीं होगी।