राजस्थानः इस सीजन में दूसरी बार कोटा बैराज के 8 गेट खोले, देखिए शानदार नजारा

राजस्थान में एक बार फिर से कोटा बैराज डैम के गेट खोले गए जहां 70 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। लगातार बारिश के कारण पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश से टूटा संपर्क। स्टेट हाईवे कोटा- ग्वालियर से शिवपुर मार्ग भी बंद कर दिया गया। 

Sanjay Chaturvedi | Published : Aug 12, 2022 2:47 PM IST / Updated: Aug 12 2022, 09:19 PM IST

कोटा. कोटा संभाग में हो रही ताबड़तोड़ बारिश के कारण कोटा समेत आसपास के जिलों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है । कोटा, भीलवाड़ा में देर रात से आज सवेरे तक लगातार हुई तेज बारिश के कारण चंबल, पार्वती और काली सिंध नदी में पानी की आवक तेज हो गई। खातोली पार्वती पुल पर एक से डेढ़ फीट तक पानी चलने लगा ।जिसके कारण राजस्थान और मध्य प्रदेश का संपर्क टूट गया। स्टेट हाईवे कोटा- ग्वालियर से शिवपुर मार्ग भी बंद कर दिया गया। 

हाइवे पर पानी भराया, लोगों को चेतावनी दी गई
स्टेट हाईवे पर भी लगातार पानी चलता रहा। चंबल नदी में तो पानी  इतने उफान पर था कि कोटा प्रबंधन ने स्थानीय लोगों के लिए एडवाइजरी जारी कर दी,कि वे चंबल के नजदीक ना जाए । पानी में तो किसी भी कीमत पर ना उतरे ,अन्यथा परेशानी खड़ी हो सकती है। 

कोटा बैराज डैम के खोले गए 8 गेट
 कोटा और भीलवाड़ा के कैचमेंट एरिया में लगातार हो रही बारिश के कारण कोटा बैराज के गेट खोलना शुरू किया गया।  देर रात से आज सवेरे तक कोटा बैराज के 8 के 8 गेट खोल दिए गए और इनसे करीब 70 हजार क्यूसेक पानी छोड़ दिया गया। कोटा बैराज से पहले पडने वाले जवाहर सागर बांध से 60 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने के कारण कोटा बैराज के गेट 6 फुट तक खोले गए थे।

गेट खुलते ही नजारा देखने वालों की लगी भीड़
गेट खोलने के बाद जो नजारा आया उसे देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग वहां जमा हो गए।  इससे पहले 25 जुलाई को भी कोटा और आसपास के कैचमेंट एरिया में तेज बारिश के कारण कोटा बैराज के 11 गेट खोले गए थे और करीब 1लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। उधर कोटा के नजदीक स्थित मध्यप्रदेश में चंबल नदी के सबसे बड़े गांधीसागर केचमेंट एरिया में पिछले 2 दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण गांधी सागर बांध में पानी की तेज आवक हो रही है। 

उफान पर नदियां लोगो से सावधानी बरतने की अपील
 मध्यप्रदेश राज्य में लगातार बारिश होने के कारण कोटा ,भीलवाड़ा जिलों में केचमेंट एरिया में तेजी से पानी की आवक होने लगी है।  ऐसे में नदी नाले उफान पर हैं।  नदिया लबालब चल रही है। इस कारण सड़कों तक पर पानी भरने लग गया है।  लगातार बारिश के कारण चंबल, पार्वती ,कालीसिंध नदियां तेजी से बह रही है ।कोटा और झालावाड़ के बीच में दरा नाला उफनने के कारण nh52 जाम हो गया है । उधर इटावा में स्टेट हाईवे पर भी कई जगहों पर सड़क बंद कर दी गई है । प्रशासन का कहना है कि अगर मध्य प्रदेश में अगले 2 दिन तक इसी तरह बारिश होती रही तो कोटा भीलवाड़ा के रास्ते पानी की बहुत ज्यादा आवक राजस्थान में होगी, ऐसे में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है । कोटा, भीलवाड़ा, बांसवाड़ा समेत आसपास के जिलों में लगातार बारिश के कारण बांसवाड़ा में स्थित बेणेश्वर धाम में भी पहली बार इतना पानी आया कि वह टापू में तब्दील हो गया। इस सीजन में पहली बार टापू बने बेणेश्वर धाम में गुरुवार को 35 लोगों को रेस्क्यू किया गया था।

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