जोधपुर में हनीट्रेप का शिकार हुए एक सेना के जवान को मिलिट्री इंटेलिजेंस ने पकड़ा है। जिसे पाकिस्तानी ISI महिला एजेंट ने अपने प्यार के जाल में फंसा रखा था। भारतीय जवानों का ISI की खूबसूरत एजेंटों के हनी ट्रैप में फंसने का सिलसिला लंबे समय से चला रहा है। यह महिला अब तक कई जवानों को फंसा चुकी है।
जोधपुर. दो दिन पहले हनीट्रेप का शिकार हुए एक सेना के जवान प्रदीप कुमार को मिलिट्री इंटेलिजेंस ने पकड़ा है। जिसे पाकिस्तानी ISI महिला एजेंट ने अपने प्यार के जाल में फंसा रखा था और उससे वह सेना के अहम जानकारी लेती थी। यह महिला इतनी बड़ी शातिर है कि इससे पहले वह 10 और जवानों को फंसा चुकी है। बता दें कि इन पाकिस्तानी ISI महिला एजेंट को भारतीय जवानों को फंसाने के लिए बाकायदा ट्रेनिंग दी जाती है। जिसमें धर्म से लेकर भाषा, रहन-सहन और बातचीत का करने के तरीके बताए जाते हैं। इतना ही नहीं इन्हें मारवाड़ी-गुजराती और पंजाबी में बातचीत करना भी सिखाया जाता है। ताकि किसी को उनपर शख ना हो।
मोबाइल पर अपना परिचय हिंदू बताती हैं
भारतीय सेना के जवानों को फंसाने के लिए इन ISI महिला एजेंट को पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (पीआईओ) ट्रेनिंग देता है। इस संस्था की तरफ से इस तरह की लड़िकयों को होटलों में रूम बुक किया जाता है। जहां इंडियन आमी के के जवान को चंगुल में फंसाने के लिए इनका मेकअप किया जाता है। इनको भारत के हिसाब से रिया, पूजा, अवनी, अनिका, हरलीन, मुस्कान जैसे नाम दिए जाते हैं। इन्हीं नाम से वह मोबाइल पर अपना परिचय हिंदू नाम से देती हैं।
वीडियो पर न्यूड कॉलिंग के बाद करती हैं ब्लैकमेल
बता दें कि यह लड़कियां राजस्थान और गुजरात बॉर्डर के सैन्य ठिकाने में तैनात जवानों को अपना टारगेट बनाती हैं। ये इतनी शातिर होती हैं कि जवानों से पहले मीठी-मीठी बातें कर प्यार का नाटक करती हैं। इतना ही नहीं जवानों को यकीन दिलाने के लिए ये महिला एजेंट्स शादी का झांसा देकर हिंदू देवी देवताओं के फोटो दिखाती हैं। ताकि उनको लगे की यह लड़की हिंदू है। फिर वीडियो पर न्यूड कॉलिंग करके उनको अपने जाल में फंसा लेती हैं। इसके बाद जवान की रिकार्डिंग कर उसे सेना की अहम जानकारी शेयर करने के लिए ब्लैकमेल करने लगती हैं। जोधपुर में जवान प्रदीप कुमार को भी ऐसे ही फंसाया था।
देवी देवताओं के फोटो लगाकर करती दिखतीं हैं पूजा
प्रदीप को अपने जाल में फंसाने वाली पाकिस्तानी ISI महिला एजेंट रिया मिलिट्री नर्सिंग सर्विस की नर्स बन अब तक 10 जवानों को फंसा चुकी है। इस तरह की लड़िकयां पाकिस्तानी सेना के कैप्टन रैंक के अफसर के अंडर में काम करती हैं। यही ऑफिसर इनको सोशल मीडिया में ओपन सोर्स इंटेलिजेंस के माध्यम से सोशल मीडिया पर भारतीय सेना, पुलिस, रेलवे, बीएसएफ से जुड़े लोगों की पहचानकर उनकी आईडी देते हैं। वह इनको एक जासूस की तरह ट्रेनिंग देते हैं। इसके बाद यह लड़िकयां महिला एजेंट बनकर साड़ी और सलवार कुर्ती पहनती हैं या नर्सिंग सर्विस की यूनिफार्म वे जवानों से मारवाड़ी या पंजाबी में बात करती हैं। पहले वह जवानों का नंबर हासिल कर उनसे दोस्ती करती हैं।फिर अपने काम को अंजाम देती हैं।