आरोपी अब्दुल सलाम की गिरफ्तारी के बाद उसके परिवार वालों ने आंदोलन की चेतावनी भी दी है। परिवार वालों ने कहा कि अगर पुलिस ने कार्रवाई की तो समुदाय के लोगों के साथ मिलकर प्रदर्शन करेंगे। फिलहाल जांच हो रही है।
भीलवाड़ा. बीते दिनों राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की मौत के बारे में अभी तक पुलिस को पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है। इससे पहले ही भीलवाड़ा में गिरफ्तार हुए एक युवक ने पूरे प्रदेश के पुलिस महकमे और सुरक्षा सिस्टम में हड़कंप मचा दिया है। युवक के मोबाइल से पुलिस को कई पाकिस्तानी नंबरों की सीरीज भी मिली है। वहीं आरोपी दावते इस्लामी संगठन से भी जुड़ा हुआ है।
दरअसल, मंगलवार को भीलवाड़ा के सांगानेर इलाके में पुलिस आम दिनों की तरह गश्त कर रही थी। इसी दौरान वहां का रहने वाला अब्दुल सलाम अपने साथियों के साथ घूम रहा था। जब पुलिसकर्मियों ने उसे घर जाने के लिए कहा तो वह उल्टा पुलिसकर्मियों से ही उलझ गया इसके बाद पुलिस ने उसे शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार किया। पुलिस ने जब आरोपी के मोबाइल की जांच की तो उसके फोन से ही कई पाकिस्तानी नंबरों पर कांटेक्ट करना पाया गया है। वहीं कुछ चैटिंग और ऑडियो कॉल भी किए गए हैं। फिलहाल पुलिस ने यह मोबाइल जांच के लिए आईबी के पास भेजा है।
आरोपी अब्दुल सलाम पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया संगठन का भीलवाड़ा से पूर्व जिला अध्यक्ष भी रह चुका है। इससे पहले उसने 2018 में विधानसभा का चुनाव भी लड़ा। आरोपी पर पूर्व में भी करीब आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया लेकिन वहां भी आरोपी ने कुछ नहीं बताया। घटना के बाद पूरे मामले की जांच आईबी कर रही है।
गौरतलब है कि उदयपुर घटना के बाद जब मोहम्मद गौस और रियाद से पूछताछ की गई तो सामने आया कि वह युवाओं का ब्रेनवाश करने के लिए कई व्हाट्सएप ग्रुप बनाए हुए हैं। जिसमें भीलवाड़ा टोंक राजसमंद के युवा शामिल है। ऐसे में अब्दुल सलाम के मोबाइल में मिले सबूत इसी घटना से जुड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। फिलहाल आईबी की जांच के बाद में ही मामला साफ हो पाएगा। आरोपी के परिवार वालों का कहना है कि यदि पुलिस से जल्दी नहीं छोड़ती है तो वह समुदाय के लोगों के साथ मिलकर आंदोलन की शुरुआत करेंगे।
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