भरतपुर की महारानी हुई भावुक, कहा-सरकार मेरे 15 पीढ़ी पुराने शाही महल को क्वारेंटाइन बना दे

कोरोना संकटकाल में देश के हर छोटे-बड़े परिवार सरकार की मदद के लिए आगे आ रहे हैं। यही वजह है कि इस महामारी में भी भारत मजबूती से खड़ा है, कोरोना को हरा रहा है। यह हैं भरतपुर के पूर्व राजपरिवार की सदस्य दिव्या कुमारी। इन्होंने अपने मोती महल के एक बड़े हिस्से को अयस्थाई क्वारेंटाइन में बदलने के लिए कलेक्टर को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि संकट के समय में अगर वे देश के काम आ सकें, तो खुशी होगी।
 

Asianet News Hindi | Published : Apr 21, 2020 10:28 AM IST

जयपुर, राजस्थान. इस संकट की घड़ी में देश का हर शख्स कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। जिससे जो मदद बन रही है, वे कर रहा है। यह हैं भरतपुर के पूर्व राजपरिवार की सदस्य दिव्या कुमारी। इन्होंने भरतपुर स्थित अपने मोती महल के एक बड़े हिस्से को अयस्थाई क्वारेंटाइन में बदलने के लिए कलेक्टर को पत्र लिखा है। दिव्या कुमारी राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह की पत्नी हैं। उन्होंने भरतपुर के कलेक्टर नथकल डिडेल से अपील करते हुए कहा कि इस राजपरिवार का संबंध अपनी जनता से 15 पीढ़ी पुराना है। इस संकट के समय में उनका परिवार लोगों के साथ खड़ा है।

(अपने महल में परिवार के साथ दिव्या कुमारी)


महल का काफी बड़ा हिस्सा खाली पड़ा है...
पूर्व सांसद दिव्या कुमारी ने कलेक्टर को पत्र लिखकर कहा है कि मोती महल का काफी हिस्सा खाली पड़ा है। प्रशासन जरूरत के हिसाब से उसका अयस्थाई क्वारेंटाइन के लिए इस्तेमाल कर सकती है। यह आबादी से भी दूर है।

 

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