अलवर में ADM के पैरों में गिरी महिलाएं, बोलीं- मैडम! हमारी मांग पूरी कर दो, ये श्रद्धा का सवाल है

जानकारी के मुताबिक, दो साल पहले आर्मी ने मंदिर के आसपास तारबंदी कर दी है, जिसके कारण मंदिर बंद हो गया है। ऐसे में लोग मंदिर में पूजा करने नहीं जा पा रहे हैं। क्षेत्र के लोगों ने इस संबंध में प्रशासन से शिकायत की।

Asianet News Hindi | Published : Mar 1, 2022 1:19 PM IST

अलवर। शिवरात्रि के दिन अलवर जिले में एक अजीबो गरीब घटना सामने आई है। यहां धोबी गट्टा इलाके में बड़ी संख्या में एकत्रित महिलाएं ADM के पैरों पर गिर गईं और बोलीं- मैडम! हमारी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। ये हमारी श्रद्धा का सवाल है। कृपया, हमारे मंदिर के गेट खुलवा दीजिए। महिलाओं ने बताया कि हमारे इलाके में 100 साल पुराना मंिदर है। इसमें भगवान शिव और हनुमान जी विराजमान हैं। लेकिन, ये मंदिर खोला नहीं जा रहा है। आज महाशिवरात्रि के दिन भी मंदिर नहीं खोला गया है।

जानकारी के मुताबिक, दो साल पहले आर्मी ने मंदिर के आसपास तारबंदी कर दी है, जिसके कारण मंदिर बंद हो गया है। ऐसे में लोग मंदिर में पूजा करने नहीं जा पा रहे हैं। क्षेत्र के लोगों ने इस संबंध में प्रशासन से शिकायत की। बुधवार को जब प्रशासन और सेना के अधिकारी मौके पर पहुंचे तो कुछ महिलाएं एकत्रित हो गईं और एडीएम डॉ. सुनीता पंकज के पास पहुंची। महिलाओं ने एडीएम के पैरों पर गिर गईं और पैर पकड़ लिए। उनका कहना था कि हमें शिव मंदिर में पूजा करनी है। दो साल से मंदिर बंद है। हमारे मंदिर को खुलवा दिया जाए।

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प्रशासन ने मंदिर खुलवाने को 10 दिन का समय मांगा
बता दें कि अलवर में पिछले कई दिनों से इस मंदिर को खुलवाने की मांग चल रही है। श्रद्धालुओं का कहना था कि तारबंदी के बाद से ही मंदिर बंद है। वहां पूजा तक नहीं हो रही है। सफाई तक के लिए कोई अंदर नहीं जाता है। इस संबंध में स्थानीय एसडीएम से लेकर कलेक्टर तक से शिकायत की है। जब सुनवाई नहीं हुई तो विरोध तेज हो गया। इसके बाद प्रशासन अलर्ट मोड़ में आया। अब प्रशासन ने 10 दिन का वक्त मांगा है।

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सेना ने कहा- मंदिर खुलवाने में फिर प्रक्रिया पूरी करनी होगी
महिलाओं के पैरों पर गिरने की घटना के बाद मौके पर सेना के अफसर पहुंचे। सेना का कहना था कि तारबंदी पूरी प्रक्रिया के तहत लगाई गई थी। मंदिर वाले हिस्से को खुलवाने के लिए भी पूरी प्रक्रिया अपनानी होगी। फिलहाल, सेना और प्रशासन की तरफ से आगे प्रक्रिया बढ़ाने का आश्वासन दिया गया है।

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