राजस्थान (Rajasthan) में मंत्री (Minister) के पीए (PA) का भी ऐसा जलवा है कि कोई उनसे बहस की भी हिम्मत नहीं कर सकता। कुछ ऐसी ही गलती करने पर एक डीईओ (DEO) का ट्रांसफर 700 किमी दूर कर दिया गया।
बीकानेर। राजस्थान में शिक्षा मंत्री के पीए से विवाद के बाद शिक्षा निदेशालय (Education directorate)में पिछले 18 साल से कार्यरत बीकानेर के जिला शिक्षा अधिकारी (DEO)अरुण कुमार शर्मा का तबादला 700 किमी दूर कर दिया गया। शर्मा का तबादला झालावाड़ के अकलेरा ब्लॉक में कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि पिछले हफ्ते किसी बात को लेकर शिक्षा मंत्री के पीए से जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) शर्मा की बहस हो गई थी। इसी की सजा के तौर पर उसी दिन शाम को अरुण कुमार शर्मा के ट्रांसफर के आदेश जारी कर दिए गए। इस दौरान उनका मुख्यालय बाड़मेर रखा गया है।
सोमवार को शिक्षा ग्रुप दो विभाग के संयुक्त शासन सचिव प्रवीण कुमार ने इनका तबादला झालावाड़ में सीबीईओ अकलेरा के रिक्त पद पर किया है। संबंधित डीईओ को तत्काल ने पदस्थापना स्थान पर जॉइनिंग कर रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए गए हैं। अचानक 700 किमी दूर तबादला किया जाना विभाग में चर्चा का विषय बना है। अरुण कुमार शर्मा 2003 से शिक्षा निदेशालय में कार्यरत हैं।
सीएम के सामने शिक्षकों ने माना, लगते हैं ट्रांसफर के पैसे
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने मंगलवार को शिक्षकों से एक सभा में पूछा कि क्या उन्हें ट्रांसफर के लिए पैसे देने पड़ते हैं। इसके जवाब में सभी ने हां कहकर सीएम को चौंका दिया। यानी सभी ने सीएम (CM) के सामने माना कि विभाग में तबादले के लिए पैसे लगते हैं। लेकिन, शिक्षा विभाग के अफसरों की कारगुजारियां सिर्फ पैसे लेने तक ही सीमित नहीं हैं।
सोशल मीडिया पर लोग कर रहे आलोचना
शिक्षा विभाग के अधिकारियों की इस मनमानी की सोशल मीडिया पर लोग आलोचना कर रहे हैं। एक यूजर ने कहा है - मंत्रीजी के पीए की भर्ती कब निकलेगी, इसी में फायदा है। तो एक यूजर ने कहा- यह ईमानदारी का प्रतिफल है। एक यूजर ने कहा- अब बोलो REET का पेपर लीक नहीं हुआ। सब इन्हीं के दबाव में किया गया।
यह भी पढ़ें
विवादों में घिरा विराट कोहली का रेस्टोरेंट One8 commune, समलैंगिकों की एंट्री को लेकर मचा बवाल
Air polution: डेनमार्क- स्विटजरलैंड जैसे देशों ने छोटे-छोटे उपायों से स्वच्छ कर ली हवा, कुछ तो सीखो केजरीवाल