सार

दिल्ली (Delhi) की बिगड़ती एयर क्वालिटी (Air Quality) चिंता का विषय बनी है। सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) भी सलाह दे रहा है। लेकिन दुनिया के कई देश ऐसे हैं, जिन्होंने अपने प्रयासों से देश की हवा सांस लेने लायक रखी है।

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली (Delhi) में वायु प्रदूषण का मुद्दा गंभीर होता जा रहा है। लगातार तीसरी दिन यहां की वायु गुणवत्ता (Air Quality) 396 यानी अति गंभीर श्रेणी में रही। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि जिस वक्त दिल्ली की एयर क्वालिटी 396 थी, उसी वक्त ऑस्ट्रेलिया के सिडनी की हवा सबसे साफ थी। आईक्यू एयर (iqair) के आंकड़ों के मुताबिक मंगलवार को सिडनी ( Sydney) में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) सिर्फ 2 थी। यह बहुत अच्छा की श्रेणी में आता है। यूएसए (USA) के डेनवेर में 2 और ऑस्ट्रेलिया के ही मेलबर्न में (Melborn)में  AQI  3 रहा। यानी स्वच्छ वायु गुणवत्ता के मामले में ये तीन शहर मंगलवार को टॉप पर रहे, वहीं दिल्ली का एक्यूआई सबसे खराब रहा। ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के साथ ही छोटे देश भी हैं, जो वायु गुणवत्ता के लिए बेहतर प्रयास कर रहे हैं। देखें, कैसे छोटे-छोटे बदलावों से कैसे पर्यावरण और कार्बन फुटप्रिंट कम कर रहे हैं ये देश...


डेनमार्क : पर्यावरण के लिए सबसे सतर्क देश माना जाता है। दफ्तर या दूसरी जगहों पर आने-जाने के लिए लोग निजी वाहनों की बजाए साइकिल का इस्तेमाल करते हैं। साइकिल से संभव नहीं है तो पब्लिक ट्रांसपोर्ट दूसरी प्राथमिकता में है।  


लक्जमबर्ग :  यहां पब्लिक ट्रांसपोर्ट सबके लिए फ्री है। यह इसलिए किया गया, जिससे लोग निजी वाहनों की बजाय बस-ट्रेन से यात्रा करें। ऐसा कदम उठाकर इस छोटे से देश ने कार्बन फुटप्रिंट काफी कम किए हैं। ऐसी सुविधा वाला यह दुनिया का इकलौता देश है। 


फ्रांस :  एनवार्यनमेंटल इंडेक्स 83.95 है। देश में इंडस्ट्रीज की संख्या काफी ज्यादा होने के बाद भी पर्यावरण पर खास काम किया जाता है। यहां पानी के बिना बिजली पैदा की जाती है, ताकि भूमिगत ईंधन का इस्तेमाल कम हो। यहां खाना बर्बाद करने पर भी पाबंदी है। देश में कुल ऊर्जा में 70 प्रतिशत परमाणु ऊर्जा की हिस्सेदारी है।


 ब्रिटेन :  प्रदूषण से मुक्त देश माना जाता है। इस सूची में वो चौथे स्थान पर है। ये बात खासतौर पर मायने रखती है, क्योंकि इस देश में लगातार सैलानियों से लेकर नौकरी और पढ़ाई के लिए बाहरी लोग आते-जाते रहते हैं। यहां की आबादी भी 67 मिलियन से ज्यादा है। इसके बाद भी वायु की गुणवत्ता, स्वच्छ जल और बायोडायवर्सिटी के मामले में ये देश कहीं आगे है। 


स्विट्जरलैंड :  यहां पानी को लेकर लोग काफी सतर्कता है। रेन वाटर हार्वेस्टिंग पर यहां सबसे ज्यादा काम होता है। यहां पानी को स्वच्छता और गुणवत्ता में 99.99 अंक मिले। यहां की नदियों-झीलों में कचरा नहीं दिखता है। पूरे देश में घने जंगल हैं, जिससे वायु गुणवत्ता भी काफी बेहतर है। 

मंगलवार सुबह दुनिया में इनकी एयर क्वालिटी सबसे बेहतर

शहर                              AQI
सिडनी (ऑस्ट्रेलिया)          2
डेनवर (अमेरिका)            2
मेलबर्न (ऑस्ट्रेलिया)         3
साल्ट लेक सिटी (अमेरिका)    5
कैनबरा (ऑस्ट्रेलिया)          7

इनकी एयर क्वालिटी सबसे बदतर 
दिल्ली (भारत)            292
हनोई (वियतनाम)        232
लाहौर (पाकिस्तान)     199
चेंगडू (चीन)              198
चांगकिंग (चीन)         174

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