स्वतंत्रता दिवस पर हाई अलर्ट में राजस्थान: 10 जिलों में 80 फीसदी पुलिस तैनात, जयपुर में भी कड़ी सुरक्षा

2 साल के बाद जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बड़ा आयोजन किया जा रहा है। राजस्थान के 10 से ज्यादा जिलों में तो पुलिस फोर्स का 80% तक जिलों में तैनात किया गया है। सभी जिलों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम

Pawan Tiwari | Published : Aug 14, 2022 10:09 AM IST

जयपुर. आजादी के अमृत महोत्सव से पहले राजस्थान में सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गई है। केंद्र सरकार की इंटेलिजेंस से मिले इनपुट के बाद राजस्थान हाई अलर्ट पर है।  प्रदेश के सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को थानों एवं जिलों के पुलिस स्टाफ का 70 फ़ीसदी तक स्टाफ नाकाबंदी और सुरक्षा के लिए तैनात करने के निर्देश पुलिस मुख्यालय ने जारी कर दिए हैं। इसके अलावा सभी रेंज के आईजी को भी यह निर्देश जारी किए गए हैं कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर वे गश्त पर निकले और सुरक्षा बंदोबस्त की चेकिंग करें। राजस्थान के 10 से ज्यादा जिलों में तो पुलिस फोर्स का 80% तक जिलों में तैनात किया गया है।  इन जिलों में जयपुर, जोधपुर ,उदयपुर ,राजसमंद, अजमेर, टोंक ,करौली,  भरतपुर जैसे जिले शामिल हैं। 

एसएमएस स्टेडियम में होगा मुख्य आयोजन
2 साल के बाद जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बड़ा आयोजन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत कई कैबिनेट मंत्री और राज्यमंत्री इस आयोजन में शामिल होंगे।  साथ ही हजारों स्कूली छात्र भी इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण होंगे। कार्यक्रम से 2 दिन पहले ही जयपुर पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर दी है कि जयपुर में होने वाले इस आयोजन से पहले स्टेडियम में किसी भी तरह की आपत्तिजनक वस्तुएं ले जाने की अनुमति नहीं है । कटर, चाकू, ब्लेड, लाइटर यहां तक कि माचिस ले जाना भी अनुमति नहीं है। 
कमिश्नरेट जयपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अजयपाल लांबा ने बताया कि सुरक्षा के लिहाज से पूरे स्टेडियम को घेर लिया गया है करीब 200 पुलिसकर्मी अलग-अलग जगहों पर तैनात किए गए हैं। 

कानून व्यवस्था के लिए अच्छा नहीं रहा यह साल
दरअसल राजस्थान में कानून व्यवस्था को लेकर यह साल अच्छा नहीं रहा है। पिछले सालों की तुलना की जाए तो इस साल में सबसे ज्यादा अपराध तो दर्ज हुए ही हैं लेकिन साथ ही जनता के बड़े समूह को प्रभावित करने वाले अपराध भी बहुत ज्यादा बढ़े हैं। फिर चाहे करौली में हुए दंगे हो या जोधपुर में मचा बवाल या जयपुर में सर तन से जुदा करने के वीडियो वायरल किए गए हो या उदयपुर में टेलर की हत्या कर दी गई हो।

इन सभी मामलात के अलावा इस साल जितने जासूस राजस्थान में पकड़े गए हैं उतने पहले किसी साल में नहीं पकड़े गए हैं। गंगानगर और बीकानेर की बॉर्डर पाकिस्तान से सटती है ,ऐसे में गंगानगर में पिछले कुछ दिनों में ही मादक पदार्थ ड्रोन कैमरे की मदद से तस्करी करने के मामले सामने आए हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी अपील की है कि आजादी के अमृत महोत्सव को जनता खुशी पूर्वक मनाएं अपने घरों पर तिरंगा लहराए और किसी भी अप्रिय घटना की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।

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