सीएम गहलोत ने कहा कि कांग्रेस प्रधानमंत्री को बताना चाहती है कि उनकी सुरक्षा सबकी जिम्मेदारी है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस पर राजनीति की जा रही है। पीएम को मेड इट बैक जिंदा जैसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए थी।
जयपुर : पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की सुरक्षा में चूक पर हो रही राजनीति को राजस्थान (Rajasthan) के सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रधानमंत्री को बताना चाहती है कि उनकी सुरक्षा सबकी जिम्मेदारी है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस पर राजनीति की जा रही है। पीएम को मेड इट बैक जिंदा जैसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए थी। इस दौरान सीएम के साथ PCC चीफ गोविंद सिंह डोटासरा भी मौजूद रहे।
SPG की देखरेख में तय होता है प्रोटोकॉल
सीएम ने कहा कि बीजेपी (BJP) के नेता कहते हैं कि कांग्रेस प्रधानमंत्री से नफरत करती है। मैं उस बयान की निंदा करता हूं। गांधी जी ने जो हमें सिखाया है, हम उन्ही सिद्धांतों पर चल रहे हैं। डेमोक्रेसी में धरने प्रदर्शन संभव हैं, इसे गलत नहीं माना जाना चाहिए। पूरा प्रोटोकॉल SPG की मॉनिटरिंग में तय होता है। उन्होंने कहा कि उनके इशारे के बिना रूट तय नहीं होता।
पीएम की सुरक्षा पर राजनीति क्यों - गहलोत
गहलोत ने कहा कि पीएम की सुरक्षा पर भी राजनीति हो रही है। प्रोटोकॉल क्यों तोड़ा गया और पीएम अचानक सड़क मार्ग से क्यों आए। पीएम को इस तरह का कमेंट नहीं करना चाहिए था। हमारे ब्लड में अहिंसा की भावना है। भाजपा के खून में हिंसा की भावना है। पूरा देश जानता है, वो हमें शांति का पाठ पढ़ाएंगे। ये धर्म के नाम पर चुनाव जीत गए।आने वाले चुनावों को लेकर बस माहौल बनाया जा रहा है।
बुधवार को भी SPG पर उठाए थे सवाल
इससे पहले बुधवार को प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक मामले पर सीएम गहलोत ने ट्वीट करते हुए इसे गंभीर मुद्दा बताया था। उन्होंने लिखा कि, यह एक गंभीर मामला है। पूर्व में भारत के दो प्रधानमंत्रियों इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) और राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) की हत्या हो चुकी है। जिसके बाद प्रधानमंत्री की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी SPG को सौंप दी गई। पीएम की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए SPG एक्ट में विशेष प्रावधान किए गए हैं।
SPG,IB और अन्य एजेंसियों की जिम्मेदारी तय हो
गहलोत ने आगे कहा था कि पीएम के दौरे पर सुरक्षा की जिम्मेदारी SPG और IB की होती है। राज्य पुलिस SPG के निर्देशों और सलाह का पालन करती है। एसपीजी की अनुमति के बिना पीएम का काफिला आगे नहीं बढ़ सकता है। गहलोत ने एसपीजी की जवाबदेही पर सवाल उठाते हुए आगे कहा कि एसपीजी को बताना चाहिए कि बिना पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के प्रधानमंत्री को 2 घंटे से अधिक समय की सड़क यात्रा क्यों करवाई गई? पंजाब के सीएम ने बताया कि किसानों के प्रदर्शन के बारे में पूर्व में जानकारी दे दी गई थी तब भी प्रदर्शन वाले रास्ते में पीएम के काफिले को जाने की अनुमति एसपीजी ने क्यों दी? गहलोत ने कहा कि, यह एक गंभीर मुद्दा है जिस पर राजनीति करने की बजाय एसपीजी, आईबी और अन्य एजेंसियों की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। भाजपा द्वारा इस मुद्दे पर कांग्रेस एवं पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी के खिलाफ की जा रहीं टिप्पणियां मुद्दे की गंभीरता को कम करती है। इसकी निंदा की जानी चाहिए।
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