करौली हिंसा पर सियासत : बीजेपी सांसद ने विधायक पर लगाए गंभीर आरोप, कहा-उनकी वजह से लोग पलायन को मजबूर

शहर में कर्फ्यू की अवधि 10 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है। शुक्रवार को लोगों के लिए सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक की कर्फ्यू में छूट दी गई। इस दौरान लोगों ने दुकानों से घरेलू सामान की खरीदारी की। कर्फ्यू में छूट के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात रहा।

Asianet News Hindi | Published : Apr 8, 2022 7:48 AM IST / Updated: Apr 08 2022, 01:19 PM IST

करौली : राजस्थान (Rajasthan) के हिंसा प्रभावित करौली (Karauli) में ऐहतियात के तौर पर कर्फ्यू को 10 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया है। गुरुवार को इसमें थोड़ी ढील जरुर दी गई थी। अब सियासतदां भी यहां पहुंचने लगे हैं। शुक्रवार सुबह दौसा से भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा (Kirodi Lal Meena) करौली पहुंचे। यहां पर उन्होंने लोगों से मुलाकात की। किरोड़ी लाल मीणा ने स्थानीय विधायक पर आरोप लगाते हुए कहा कि यहां के विधायक कुछ आरोपी पार्षदों को बचा रहे हैं। जबकि कुछ लोगों की दुकानें लूटी गई हैं और लोग करौली से पलायन करने को मजबूर हैं। स्थानीय पुलिस प्रशासन कुछ पीड़ित लोगों की FIR भी दर्ज नहीं कर रहा है। यदि स्थानीय पुलिस प्रशासन ने जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया और कार्रवाई नहीं की तो मुझे धरने पर बैठना पड़ेगा।

विधायक आरोपियों को बचाएं नहीं
सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि पूछताछ में सामने आया है कि सरकार की तरफ से नॉमिनेट दो मुस्लिम पार्षदों को स्थानीय विधायक बचा रहे हैं। जिन लोगों ने भारत माता के उद्घोष करने वाले, वंदे मातरम का नारा लगाने वालों पर पथराव किया है उन्हें बचाने की बजाय उनका समर्पण कराना चाहिए। अगर जल्द ही इस पर कार्रवाई नहीं की गई और ऐसा करने से नहीं रोका गया तो मैं विरोध करूंगा।

इसे भी पढ़ें-तस्वीरों में देखिए कैसे आग में जला राजस्थान का करौली, किस बात पर हुई हिंसा और अब क्या हालात, पढ़िए पूरी कहानी

तो होगा उग्र आंदोलन

उधर करौली के शोभा यात्रा पर पथराव मामले में जयपुर ग्रेटर मेयर सौम्या गुर्जर के पति और करौली नगर परिषद के पूर्व सभापति राजाराम गुर्जर के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज हुआ है, जिसके खिलाफ पूरा गुर्जर समाज लामबंद हो गया है। गुर्जर समाज के लोगों ने मासलपुर इलाके में बैठक आयोजित की जिसमें जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर पूरे मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की गई। साथ ही समाज के लोगों ने चेतावनी दी कि यदि इस पूरे मामले में राजाराम गुर्जर को फंसाया गया तो पूरा समाज उग्र आंदोलन करेगा। समाज के लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि राजाराम गुर्जर को राजनीतिक षड्यंत्र के तहत इस पूरे मामले में फंसाने का प्रयास किया जा रहा है।

इसे भी पढ़ें-राजस्थान के करौली में चप्पे-चप्पे पर फोर्स, इंटरनेट बंद, हिंसा रोकने कई IPS-50 डीएसपी और 600 पुलिसकर्मी तैनात

तीन घंटे की छूट

गौरतलब है कि 2 अप्रैल को करौली शहर से नव संवत्सर के अवसर पर हिंदू संगठनों की ओर से शोभायात्रा निकाली जा रही थी। इसी दौरान शोभायात्रा पर समुदाय विशेष के लोगों की ओर से पथराव किया गया बाजार की दुकानों को आग लगा दी गई। इस पूरे घटनाक्रम में करीब 42 लोग घायल हुए थे। जबकि पुलिस अब तक पूरे मामले में 30 से अधिक लोगों को हिरासत में ले चुकी है। शहर में कर्फ्यू लगाया गया है। जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि शहर में कर्फ्यू की अवधि 10 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है। शुक्रवार को लोगों के लिए सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक की कर्फ्यू में छूट दी गई। इस दौरान लोगों ने दुकानों से घरेलू सामान की खरीदारी की। कर्फ्यू में छूट के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात रहा और खुद जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत, पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह सहित अन्य अधिकारियों ने बाजारों का राउंड लिया।

इसे भी पढ़ें-राजस्थान के करौली में बाइक रैली पर पथराव, दुकानों को लगाई आग, 42 घायल, इंटरनेट बंद, कर्फ्यू लागू

इसे भी पढ़ें-करौली हिंसा के बीच हीरो बना कॉन्स्टेबल: आग की लपटों के बीच मासूम को यूं बचाया, अशोक गहलोत ने दिया यादगार गिफ्ट

Share this article
click me!