कोरोना संकट के बीच देशभर में वॉरियर्स भी सामने आए हैं। लोग गरीबों को खाना खिला रहे हैं। उनकी अन्य तरह से मदद भी कर रहे हैं। यह बाबा भी इन दिनों इसी वजह से चर्चा में हैं। कहने को ये खुद फक्कड़ हैं, लेकिन इनके झोली फैलाते ही किसानों ने 3000 क्विंटल अनाज दान कर दिया। बाबा ने इसका आटा पिसवाया और पैकेट बनाकर प्रशासन को दान कर दिए।
जयपुर, राजस्थान। कोरोना संक्रमण ने सारी दुनिया को हिलाकर रख दिया है। ऐसे में लोग एक-दूसरे की मदद को आगे आए हैं। ये कोरोना वॉरियर्स गरीबों को खाना खिला रहे हैं। उनकी अन्य तरह से मदद भी कर रहे हैं। यह बाबा भी इन दिनों इसी वजह से चर्चा में हैं। कहने को ये खुद फक्कड़ हैं, लेकिन इनके झोली फैलाते ही किसानों ने 3000 क्विंटल अनाज दान कर दिया। बाबा ने इसका आटा पिसवाया और पैकेट बनाकर प्रशासन को दान कर दिए। बाबा ने पैकेट में दालें, मसालें और तेल भी रखवाया है। यानी किचन का पूरा सामान।
5 दिन में जुटाई खाद्य सामग्री
बाबा ने मुख्यमंत्री कोविड-19 राहत कोष में एक लाख रुपए अलग से जमा कराए हैं। इतनी ही राशि उन्होंने प्रधानमंत्री राहत कोष में भेजी है। लोग इन्हें बजंग देवाचार्य के नाम से भी बुलाते हैं। ये टोंक जिले में स्थित धन्ना पीठ के पीठाधीश्वर हैं। जब कोरोना संक्रमण के बीच इन्होंने गरीबों के सामने खाने का संकट देखा, तो वे गांव में निकल पड़े। उन्होंने किसानों के आगे मदद के लिए झोली फैलाई। देखते ही देखते 5 दिनों में 2100 क्विंटल गेहूं सहित 150 बोरी चना और 100 बोरी सरसों इकट्ठी हो गई। इस मुहिम में टोंक के एडीएम सुखराम खोखर भी बाबा के साथ नजर आए।
धन्ना देवाचार्य ट्रस्ट से जुड़े रिटायर्ड आईपीएस महेंद्र चौधरी ने बताया कि बाबा ने इसकी शुरुआत नागौर से की थी।