
अलवर (राजस्थान). नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान देश की राजधानी पिछले 46 दिन डटे हुए हैं। केंद्र सरकार और उनके बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी, लेकिन वह बेनतीजा रही। दिल्ली की ही तरह किसान देश के अन्य राज्यों में भी धरना दे रहे हैं। वहीं राजस्थान के शाहजहांपुर बॉर्डर पर अन्नदाता 29 दिनों से हाईवे जाम करके आंदोलन कर रहे हैं। जहां किसानों और आसपास के गांवों के ग्रामीणों के बीच रविवार शाम टकराव हो गया। जिसके चलते ग्रामीण हाईवे पर तंबू लगाकर बैठ गए।
ठप हो गया काम-धंधा, नहीं मिल रहा रोजगार
दरअसल, तंबू लगाकर हाईवे की दूसरी तरफ बैठे गांववालों का कहना है कि किसानों ने जिस तरह से हाईवे को जाम करके रखा है, इसकी वजह से हमारा रोजगार प्रभावित हो रहा है। कोई काम नहीं मिल रहा, हम बेरोजगार हो गए, सारा काम धंधा ठप होग गया।
घरों के सामने गंदगी करके चले जाते हैं किसान
दोनों तरफ हाइवे बंद से आने-जाने वालों को परेशानी का सामने करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि किसान हमारे खेतों और घरों के सामने सुबह-शाम गंदगी करके चले जाते हैं। इसके साथ ही हाईवे जाम के चलते यहां से गुजरने वाले वाहन और सवारियां हमारे खेतों में से निकलते हैं, जिसके चलते फसल खराब कर रही है।
टूग गईं सड़कें..हो रहे एक्सीडेंट
दूसरी तरफ गांव के लोगों का कहना है कि भारी संख्या में किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर आते हैं, जिससे गांव की सड़के खराब हो गईं। ऐसे में एक्सीडेंट की अंदेशा भी बढ़ गई है। जब तक हाईवो को नहीं खोलते तो ऐसे में हमने भी किसानों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
दो राज्यों की पुलिस सीमा पर तैनात
शाहजहांपुर बॉर्डर पर किसानों और ग्रामीणों के बीच बढ़ते टकराव की वजह से हरियाणा पुलिस ने मिलिट्री एवं पैरा मिलिट्री सहित करीब 1400 से अधिक सशस्त्र जवानों को सीमा पर तैनात कर दिया है। इसके अलावा राजस्थान पुलिस के आला अधिकारी भी जवानों के साथ मौके पर सुरक्षा में डटे हुए हैं।
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