हैरान कर देने वाली यह वारदात अलवर शहर की है। यहां के रहने वाले रामपाल जाटव राजस्थान पुलिस में SI के तौर पर तैनात थे। लेकिन पिछले साल उनकी नौकरी के दौरान मौत हो गई। उसके बाद उनके दोनों बेटे उनकी नौकरी कौन लेगा इसको लेकर विवाद शुरू हुआ और हत्या तक जा पहुंचा।
जयपुर (राजस्थान). पैसा एक ऐसी चीज होती है, जिसकी चाहत में बहुत से लोग कुछ भी करने के लिए तैयार हो जाते हैं। यहां तक के लिए अगर उनको अपने भाई का कत्ल भी करना पड़ जाए तो ऐसे लोग पीछे नहीं हटते। राजस्थान के अलवर जिले से ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां दो भाइयों के लिए पैसा काल बन गया। जहां पिता की अनुकंपा नियुक्ति के लिए शुरू हुआ झगड़ हत्या तक जा पहुंचा और छोटे भाई ने बड़े भाई की हत्या कर दी।
दोनों भाई चाहते थे कि वह पिता की नौकरी करें...
दरअसल, हैरान कर देने वाली यह वारदात अलवर शहर की है। यहां के रहने वाले रामपाल जाटव राजस्थान पुलिस में SI के तौर पर तैनात थे। लेकिन पिछले साल उनकी नौकरी के दौरान मौत हो गई। उसके बाद उनके दोनों बेटे राकेश कुमार व रवि में उनकी नौकरी कौन लेगा इसको लेकर विवाद शुरू हो गया। क्योंकि नौकरी एक थे करना दोनों चाहते थे। यह झगाड़ इतना बढ़ गया कि रवि ने रात को बड़े भाई को सोते में ही सिर पर वार कर मौत के घाट उतार दिया। यह घटना 2 जून की रात का है। लेकिन इसका खुलासा 6 जून को अलवर पुलिस ने किया है।
हत्या के चार दिन पुलिस के हाथ आया आरोपी
थानाधिकारी रविन्द्र सिंह ने बताया कि हत्या के बाद आरोप को गिरफ्तार करने के लिए तलाश की जा रही थी। पुलिस ने इसके लिए स्पेशल टीम का गठन किया और उसके दोस्तों के साथ परिजनों से पूछताछ की गई। साथ ही जगह-जगह छापेमारी की गई, इसके बाद कुछ सुराग हाथ लगे और आरोपी रवि पकड़ा गया।
आरोपी ने खुद बताई हत्या की पूर कहानी
पूछछात के दौरान रवि ने बताया कि वह पिता की मौत के बाद घर में दोनों अकेले रह रहे थे। उनका तीसरा भाई रेलवे में नौकरी करता है, जिसके साथ हमारी मां रहती है। हम दोनों में आए दिन विवाद होता रहता था कि मैं पिता की नौकरी करूंगा, दोनों जिद पर अड़े हुए थे, इसी बीच दो जून की रात विवाद ज्यादा बढ़ गया और मैंने गुस्से में आकर राकेश की हत्या कर दी।