
रणथंभौर नेशनल पार्क. राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में स्थित रणथंभौर रिजर्व में आज का दिन बेहद निराशाजनक रहा । दरअसल रणथंबोर में आज बाघिन t61 का शव मिला। उसकी मौत कैसे हुई यह रहस्य बना हुआ है। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आएगी तब तक कुछ नहीं कहा जा सकता। इसके बाद बाघिन को रणथंबोर रीजन में ही एक स्थान पर हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार अंतिम संस्कार कर दिया गया ।
कैमरा फ्रैंडली थी बाघिन
बाघिन का शव जामोता वन क्षेत्र से बरामद हुआ । प्रारंभिक जानकारी में वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि संभवत पहाड़ पर चढ़ने के दौरान पैर फिसलने से वह नीचे गिरी और उसकी मौत हो गई। हालांकि शरीर पर किसी तरह के गंभीर चोट के निशान नहीं मिले हैं। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया बाघिन t61 रणथंबोर में आने वाले पर्यटको के हिसाब से खुद को एडजस्ट करती थी । वह कैमरा फ्रेंडली थी। रणथंबोर के खींचे गए अधिकतर वीडियो में उसके वीडियो सामने आते हैं । शायद ही उसने किसी पर्यटक पर कभी हमला किया हो । अधिकारियों ने बताया कि बाघिन t61 का जन्म संभवत 2010 में हुआ था उसे पहली बार 2011 में देखा गया था। यह बाघिन t8 और बाघ t34 की बेटी है। इसकी टेरिटरी जोन 7 और 8 रही है । बाघिन लगभग 12 साल की थी । कुछ दिनों से वह बाघ t58 के साथ देखी जा रही थी। उसकी आज मौत हो गई।
हिन्दू रीति-रिवाजों के अनुसार हुआ अंतिम संस्कार
बाघिन t61 का पोस्टमार्टम करने के बाद उसका अंतिम संस्कार हिन्दू रीति-रिवाजों के अनुसार किया गया। उसे रणथंभौर के रीजन में बने एक स्थान पर लकड़ियों की चिता बनाकर मुखाग्नि दी गई। वीडियों के माध्यम से देखा जा सकता है कि बाघिन की अंतिम यात्रा कैसी रही।
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