राजस्थान छात्रसंघ चुनावों को लेकर बवाल हो गया। निहारिका मीणा का टिकट कटा तो उन्होंने हार मानने के बजाय निर्दलीय लड़ने की घोषणा कर दी। जिसके बाद उन्होंने सरकार को चुनौती देते हुए प्रदर्शन किया युवाओं के कंधे पर चढ़कर सरकार पर निशाना साधा।
जयपुर। राजस्थान विश्वविद्यालय में आज उस समय बवाल हो गया जब दौसा से मंत्री मुरारी लाल मीणा की बेटी निहारिका मीणा का टिकट कट गया । निहारिका मीणा टिकट कटने से इतनी गुस्से में आ गई कि उसने राजस्थान विश्वविद्यालय से ही राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का नाम लिए बिना उन्हें चुनौती दे डाली। युवाओं के कंधे पर चढ़कर निहारिका मीणा काफी देर तक गरजती बरसती रहे। ऐसा पहली बार ही देखने को सामने आया की टिकट कटने के बाद किसी छात्र ने संगठन और यहां तक कि सरकार के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया हो । उल्लेखनीय है कि निहारिका मीणा का टिकट फाइनल माना जा रहा था और वे इसकी तैयारी भी कर रही थी। लेकिन अब निर्दलीय लड़ने के लिए तैयारी में जुट गई हैं।
दरअसल टिकट वितरण को लेकर अटकलें लगाई जा रही थी कि एनएसयूआई दौसा जिले से मंत्री मुरारी लाल मीणा की बेटी निहारिका मीणा को टिकट दे सकती है, निहारिका ने अंदर खाने इसकी तैयारी भी कर ली थी लेकिन आज जब निहारिका मीणा का टिकट कटा और उसकी जगह रितु बराला को टिकट मिला तो हंगामा हो गया निहारिका मीणा के समर्थकों ने बवाल काटा । उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर चढ़ाई कर दी और एनएसयूआई के ही प्रदेश अध्यक्ष एवं एनएसयूआई के नेताओं के खिलाफ जमकर नारेबाजी की ।
माहौल इतना खराब हो गया कि निहारिका मीणा वहीं बैठ कर रोने लगी और अपने समर्थकों के साथ इस चुनाव के बहिष्कार तक की घोषणा कर दी। अचानक हुए इस बवाल के बाद राजस्थान विश्वविद्यालय में अतिरिक्त पुलिस बंदोबस्त करना पड़ा। हथियारबंद जवान बुलाने पड़े । पुलिस ने कई छात्रों को हिरासत में ले लिया है। यूनिवर्सिटी के बाहर बवाल के बाद निहारिका मीणा ने हार नहीं मानी अब उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर ली है।