राजस्थान यूनिवर्सिटी में जीते निर्दलीय कैंडिडेट निर्मल चौधरी, मंत्री के बेटी निहारिका और रितु बराला हारीं

राजस्थान विश्वविद्यालय में चल रहे छात्रसंघ चुनाव के नतीजे आ चुके हैं। निर्दलीय प्रत्याशी निर्मल चौधरी ने जीत हासिल की है।  मंत्री के बेटी निहारिका और  एनएसयूआई से रितु बराला चुनाव हार गई हैं। वहीं एबीवीपी से नरेंद्र यादव और चौथा स्थान पर रहे।

Asianet News Hindi | Published : Aug 27, 2022 10:09 AM IST / Updated: Aug 27 2022, 04:27 PM IST

जयपुर. राजस्थान के सबसे बड़े विश्वविद्यालय राजस्थान विश्वविद्यालय से बड़ी खबर सामने आई है। विश्वविद्यालय में इस बार भी निर्दलीय प्रत्याशी में अध्यक्ष पद की सीट अपने नाम कर ली है। निर्दलीय प्रत्याशी निर्मल चौधरी ने यह जीत हासिल की है, निर्मल चौधरी के अलावा अध्यक्ष पद के लिए 6 दावेदार कतार में थे, लेकिन उनमें से 4 में सीधी टक्कर थी। निर्मल के अलावा दूसरी एनएसयूआई से रितु अदालत तीसरी एबीवीपी से नरेंद्र यादव और  चौथी निर्दलीय प्रत्याशी निहारिका जोरवाल मैदान में थी।

जानिए किसे मिले कितने वोट
राजस्थान यूनिवर्सिटी में अध्यक्ष पद पर बड़ी जीत हासिल करने वाले निर्मल चौधरी को 4043 को वोट मिले हैं। वहीं दूसरे नंबर पर रहीं निहारिका जोरवाल ने 2578 ही हासिल रहीं। जबकि शुरूआती में जीत की दावेदार माने जाने वाली रितु बराला ने 2010 और वहीं एबीवीपी के नरेन्द्र यादव ने 988 वोट हासिल किए हैं। 

ऐसे आखिर में जीत गए निर्मल चौधरी
बता दें कि निहारिका की जीत शुरुआत में ही तय मानी जा रही थी। लेकिन जैसे-जैसे वोटों की गिनती आगे बढ़ती गई और अलग-अलग कॉलेजों के बैलेट पेपर खुलने लगे तो समीकरण बदलने लगे कुछ ही देर में रितु बराला आगे जाती नजर आई। उसके बाद दोपहर करीब 1:00 बजे के बाद निर्मल चौधरी अप्रत्याशित रूप से सभी को बचाते हुए सबसे आगे बढ़ते दिखाई दिए।  निर्मल चौधरी की जीत के साथ में नहीं लगाए जा रहे थे, लेकिन जैसे-जैसे वोटों की गिनती आगे बढ़ती गई और अलग-अलग कॉलेजों के बजट पर खुलने लगे और बढ़ते चले गए दोपहर करीब 500 से ज्यादा वोटों से आगे चल रहे थे। आखिर में जीत उनके नाम पर दर्ज हुई।

निर्मल ने दोपहर के बाद ऐसे बना ली थी लीड 
 राजस्थान यूनिवर्सिटी में 1 बजे के बाद शुरू हुई काउंटिंग में सीधा मुकाबला त्रिकोणीय में बदल गया था। लेकिन निर्मल ने 1350 से ज्यादा वोटों से लीड बना ली। जब बंडलों की काउंटिंग की गई तो निर्मल काफी आगे निकल गए। वहीं दूसरे नंबर पर निहारिका जोरवाल रहीं। 

पुलिस ने निर्मल की बहन और समर्थकों पर किया बल का प्रयोग
 निर्मल चौधरी निर्दलीय प्रत्याशी थे और उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पर्चा भरा था। निर्मल चौधरी के पर्चा भरने के दौरान राजस्थान विश्वविद्यालय में भारी बवाल भी हुआ था। पुलिस ने निर्मल की बहन के साथ और उनके समर्थकों के साथ बल प्रयोग किया था। जवाब में उनके समर्थकों ने भी पुलिस पर पथराव करने घायल कर दिया था। 

 

 

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