राजस्थान के राजसमंद जिले के नाथद्वारा में भगवान शिव की सबसे ऊंची प्रतिमा का उद्घाटन कल यानि शनिवार 29 अक्टूंबर को होने जा रहा है। इस दिन से 9 दिनों तक धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जानिएं वहां की विशेषताएं।
राजसमंद (rajsamand). राजस्थान के राजसमंद जिले के नाथद्वारा कस्बे में विश्व की सबसे बड़ी शिव प्रतिमा का कल यानि शनिवार के दिन उद्घाटन किया जाएगा। इस प्रतिमा की ऊंचाई 369 फुट बताई जा रही है। साथ ही इसका नाम 'विश्व स्वरूपम' दिया गया है। इस प्रतिमा के अनावरण के समय से 9 दिनो तक इलाके में धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। प्रदेश सीएम अशोक गहलोत, वीसी अध्यक्ष सीपी जोशी के साथ धर्म प्रचारक मोरारी बापू की उपस्थिति में इसे खोला जाएगा।
9 दिनो तक चलेंगे कार्यक्रम
विश्व स्वरूपम प्रतिमाक उद्घाटन के समय यानि 29 अक्टूंबर से लेकर 6 नवंबर तक कई धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कराया जाएगा। इसी समय धर्म प्रचारक मोरारी बापू 9 दिनों राम कथा पाठ का आयोजन भी करेंगे।
20 किमी दूर से दिखती है, ज्यादा टूरिस्टों को करेगी आकर्षित
नाथद्वारा कस्बे की पहाड़ की चोटी में स्थित यह भगवान शिव की 400 फीट ऊंची मूर्ति 20 किमी दूर से भी दिखाई देगी। इसके साथ ही इसके साथ 51 बीघे के आस पास भी निर्माण कराया गया है। साथ ही मूर्ति के आस पास गो-कार्ट बंजी जंपिंग, जिप लाइन और खाने पीने के सामान के स्टॉल के साथ जंगल कैफे होगा जो यहां पर्यटन को और बढ़ावा देगा। यह मूर्ति रात में भी लोगों को स्पष्ट रूप से दिखे इसके लिए भी यहा विशेष लाइट की व्यवस्था की गई है।
10 सालों में बनकर हुई तैयार
संस्थान के ट्रस्टी और मिराज समूह के अध्यक्ष ने बताया कि इस मंदिर की स्थापना साल 2012 में जब सीए अशोक गहलोत थे तब की गई थी वहीं अब साल 2022 में यह पूरी तरह से बनकर तैयार हो गया है। जिसके बाद उनकी ही उपस्थिति में इसका उद्घाटन किया जाएगा। इसके साथ ही इसमें भक्तों की सुविधा का भी पूरा ध्यान रखा गया है। इसमें सीढ़ियां लिफ्ट और एक हाल बनाया गया है। मूर्ति के अंदर जाने के लिए 4 लिफ्ट और 3 सीढ़िया है।
यह भी पढ़े- संत रामदास समर्थ की जन्मभूमि जालना में वारदात, 480 साल पुराने मंदिर से 11 मूर्तियों की चोरी मामले में 2 पकड़ाए