राजस्थान में भयानक एक्सीडेंट: कार में पीछे बैठी महिला जज की सीट पर ही मौत, देखने वाले भी हैरत में पड़ गए

राजस्थान में बीकानेर जिले में जबरदस्त सड़क हादसा हो गया। जहां एक कार को सामने से आ रही बोलेरो ने टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भयानक थी कि कार में पीछे की सीट पर बैठी महिला जज की मौत हो गई। 

Asianet News Hindi | Published : May 16, 2022 2:01 PM IST / Updated: May 16 2022, 07:56 PM IST

जयपुर. राजस्थान में आए दिन हो रहे सड़क हादसों की वजह से ना जाने कितनों लोगों की मौतें हो रही हैं। अब फिर प्रदेश के बीकानेर शहर में आज दोपहर एक भीषण सड़क हादसा हुआ है। जहां  एक लग्जरी कार और बोलेरो में इतनी भयानक टक्कर हुई कि कार की पिछली सीट पर बैठी महिला जज ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। किसी तरह स्थानीय लोगों ने उन्हें आनन-फानन में निकालकर पास के अस्पताल ले जाने के लिए दौड़ भी लगाई, लेकिन पहुंचते ही डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बता दे कि इस दर्दनाक एक्सीडेंट में जज की मौत के साथ तीन अन्य लोग भी घायल हुए हैं। इन लोगों को भी गंभीर चोटे आईं हैं।  

कार पूरी तरह से हो गई चकनाचूर
दरअसल, यह भयानक एक्सीडेंट बीकानेर जिले के खाजूवाला रोड पर नूर सर जामसर के बीच हुआ है। मामले की जानकारी देते हुए पूगल थाना क्षेत्र पुलिस ने बताया कि तेज रफ्तार में आ रही एक बोलेरो ने  सिंचाई विभाग की बोलेरो गाड़ी ने एडीजे सरोज चौधरी की गाड़ी को सामने से टक्कर मार दी। जिस गाड़ी में चौधरी सवार थी वह गाड़ी आगे से पूरी तरह चकनाचूर हो गई । 

एडीजे बनने से पहले बीकानेर कोर्ट में करती थीं प्रैक्टिस
बता दें कि हादसे में मारे जाने वाली महिला जज जयपुर के वैशाली नगर क्षेत्र की मूल निवासी थी। एडीजे चौधरी ने 2002 में एडीजे बनने से पहले बीकानेर कोर्ट में प्रैक्टिस की थी।  वह मूल रूप से जयपुर की निवासी थी लेकिन बीकानेर और गंगानगर शहर में ही उन्होंने अधिकतर अपनी वकालत का काम किया। हाल ही में उनका प्रमोशन हुआ था जिसके बाद वो अनूपगढ़ में एडीजे बनी थी।  इससे पहले हनुमानगढ़  अधिकारी के रूप में उन्होंने काम किया था।

कुछ दिन पहले ही हुआ था प्रैक्टिस
वर्ष 2002 में एडीजे बनने से पहले सरोज चौधरी ने बीकानेर कोर्ट में प्रेक्टिस की। तब अधिवक्ता पाबूराम बिश्नोई के साथ उन्होंने तीन-चार साल तक प्रेक्टिस की और न्यायिक सेवा की परीक्षा दी। हाल ही में उनका प्रमोशन हुआ, जिसके बाद वो अनूपगढ़ में एडीजे बनी। इससे पहले हनुमानगढ़ में भी न्यायिक अधिकारी के रूप में काम किया। हाल ही में श्रीगंगानगर में आयोजित एक मीटिंग के दौरान हुई मुलाकात को अब साथी जज याद कर रहे हैं।

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