पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट जयपुर में आयोजित अल्बर्ट हॉल पर रोटरी क्लब के कार्यक्रम में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने साल 1970 में आई फिल्म 'मेरा नाम जोकर' का गाना- 'जीना यहां, मरना यहां, इसके सिवा जाना कहां' गाकर सबका दिल जीत लिया। इतना ही नहीं शो में गाया गाना चर्चा का विषय बन गया है। पायलट के इस गाने को उनके समर्थक खूब शेयर कर रहे हैं।
जयपुर. राजस्थान की सियासत में बारीकी से पकड़ रखने वाले सचिन पायलट को आपने अभी तक राजनीतिक विषय पर बोलते कई बार सुना और देखा होगा। वह अपने सियासी दांव से सामने वाले की बोलती बंद करने में माहिर हैं। लेकिन प्रदेश के युवाआों में लोकप्रिय पायलट का एक नया अंदाज सामने आया है। जिन्होंने एक चैरिटी शो में ऐसा गाना गाया कि सोशल मीडिया पर उनका वीडियो जमकर धमाल मचा रहा है। लोग उनके इस गीत के बोल से कई तरह के सियासी मायने निकाल रहे हैं।
'जीना यहां, मरना यहां, इसके सिवा जाना कहां'
दरअसल, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट जयपुर में आयोजित अल्बर्ट हॉल पर रोटरी क्लब के कार्यक्रम में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने साल 1970 में आई फिल्म 'मेरा नाम जोकर' का गाना- 'जीना यहां, मरना यहां, इसके सिवा जाना कहां' गाकर सबका दिल जीत लिया। इतना ही नहीं शो में गाया गाना चर्चा का विषय बन गया है। पायलट के इस गाने को उनके समर्थक खूब शेयर कर रहे हैं।
गाने के सियासी हल्को में निकल रहे कई मायने
बता दें कि पायलट ने भले चैरिटी शो में यह गाना गाया हो, लेकिन प्रदेश के राजनीतिक दलों में इसकी खूब चर्चा है। जिसके कई सियासी मायने निकल रहे हैं। गौरतलब है कि सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक-दूसरे के विरोधी हैं। पिछले महीने हुए मंत्रिमंडल विस्तार में पायलट समर्थकों को ज्यादा तरजीह नहीं दी गई है। इससे कयास लगने लगे थे कि अब पायलट केंद्र की राजनीति यानि दिल्ली कूच कर सकते हैं। लेकिन उनके इस गाने के बोल से अब लोग कहने लगे हैं कि सचिन पायलट कहीं नहीं जाने वाले हैं। इतना ही नहीं कुछ दिन पहले एक इंटरव्यू में कहा था कि मैं 50 साल कहीं नहीं जाने वाला हूं, यहीं रहूंगा और प्रदेश की जनता की सेवा करता रहूंगा।