राजस्थान में फिर 15 दिन के अंदर भरतपुर के बाद अब जालोर में एक संत ने आत्महत्या कर ली। मामले की सूचना मिलने पर प्रशासन में हड़कंप मच गया। मरने से पहले साधु ने एक सुसाइड नोट लिखा है। जिसमें भाजपा विधायक पूराराम चौधरी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
जालोर. राजस्थान में इन दिनों संतों की शामत जैसे हालात हो रहे हैं। पिछले दो सप्ताह में भरतपुर में एक संत ने आग लगाकर जान दे दी, एक अन्य संत के शराब माफिया ने हाथ पैर तोड़ दिए और तीन दिन पहले एक संत का शव पेड़ से लटका मिला। भरतपुर के बाद अब जालोर से संत की मौत को लेकर एक खबर सामने आई है। संत का शव 26 घंटे तक पेड़ से लटका रहा। उसके बाद जाकर प्रशासन और संत के परिजनों के बीच समझौता हुआ और फिर संत के शव को पेड़ से उतारा गया है और अब शव की मुक्ति की तैयारी की जा रही है।
भाजपा के विधायक ने संत के आश्रम के बाहर खुदवा दी खाई, उसी रात संत ने जान दे दी
दरअसज, जालोर जिले के भीनमाल का यह पूरा मामला है। आरोप है कि भीनमाल से विधायक पूराराम ने अपने रिसोर्ट के लिए संत रविदास के आश्रम में जाने वाले रास्ते को ही खुदवा दिया। रास्ते में खाई खुदवाने से आश्रम जाने का रास्ता ही बंद हो गया। इसे लेकर दोनो पक्षों में पहले भी विवाद हुए थे। गुरुवार रात भी खुदाई की गई थी और इसी के कारण देर रात संत ने खुदकी जान दे दी थी। शुक्रवार सवेरे उनके शव को पेड़ से लटका पाया गया था।
भाजपा के विधायक ने कहा-मामले में मेरा हाथ नहीं
उधर पूराराम चौधरी का कहना है कि इस पूरे मामले में मेरा हाथ नहीं हैं। मैने जो भी कुछ किया वह मेरी खुद की जमीन पर किया है। पुलिस ने भाजपा विधायक पूराराम चौधरी, उनके चालक समेत दो अन्य पर सुसाइड़ के लिए उकसाने, धमकी देने समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।
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